दोस्तो, मेरा नाम अभिषेक रॉय है, मेरी उम्र 19 साल है, मैं दिखने में बहुत स्मार्ट हूँ और मेरी हाईट 5 फुट 7 इंच है।
बात उन दिनों की है.. जब मैं 12वीं क्लास में था। मैं अपने कॉलेज का हेड ब्वॉय था, सो मेरे कॉलेज के सारे स्टूडेंट्स मुझे जानते थे। मैं अपनी क्लास में सबसे इंटेलिजेंट लड़का था और हमेशा फर्स्ट आता था।
लड़कियों में भी मेरे जैसे होशियार एक लड़की थी उसका नाम छवि था, वो दिखने में बिल्कुल कैटरीना कैफ़ जैसी थी और उसका फिगर जैकलीन जैसा था।
मुझे नहीं मालूम था कि वो मुझे लाइक करती है।
उसने अपनी सहेली प्रिया के ज़रिए मुझे प्रपोजल भेजा, मैं उसके प्रपोजल को पाकर बहुत खुश हुआ क्योंकि मैं भी उसे बहुत पसंद करता था, लेकिन मेरी उससे कभी बोलने की हिम्मत नहीं हुई।
कुछ दिनों तक हम दोनों ने ऐसे ही साधारण बातचीत की.. फिर 3 दिन बाद हम दोनों के मोबाइल नंबर एक्सचेंज हुए। अब हम दोनों कॉलेज समय से पहले पहुँच जाते और क्लास रूम में रोमांस करते।
दोस्तो, मैं आपको कैसे बताऊँ.. जब मैंने उसे पहली बार किस किया, तो मुझे कैसा लगा.. क्योंकि वो मेरी लाइफ का पहला किस था। मैं और वो एक-दूसरे की बांहों में थे.. मैंने जैसे ही उसके नीचे वाले होंठ पर अपना होंठ रखा.. तो उसे तो ना जाने क्या हुआ, वो मुझ पर ऐसे टूट पड़ी, जैसे मेरे होंठों पर कोई मिठाई लगी हो।
फिर हम दोनों ने 5 मिनट तक ऐसे ही किस की। किस करते हुए ही मैंने अपने एक हाथ से उसके चूचे को टच किया, मुझे तो जाने क्या हो रहा था, मेरी साँसें एकदम तेज हो गईं ओर वो भी गर्म साँसें छोड़ने लगी।
फिर मैंने आहिस्ता आहिस्ता उसके मम्मों को दबाया.. आह.. क्या मम्मे थे भाई.. एकदम सख्त संतरे की तरह थे।
दोस्तो, अब मेरा लंड काबू से बाहर था, पर इतने में ही क्लास रूम में और स्टूडेंट्स आने लगे। हम दोनों ने एक दूसरे को जल्दी से अलग किया और इसी तरह एक हफ्ते तक हमने ऐसे ही मजा किया।
लेकिन अब मुझसे संयम नहीं हो रहा था, मैंने अपने एक करीबी दोस्त के साथ प्लान बनाया और उससे दूसरे दिन क्लास के बाहर खड़े रहने के लिए तैयार करते हुए कहा- जब कल हम दोनों क्लास में होंगे.. उस वक्त कोई आए तो तुम बता देना। वो मान गया।
दोस्तो, यह रिस्की तो बहुत था.. लेकिन मुझे भी जुनून सवार था।
अब मुझे कल सुबह का इंतजार था। अगली सुबह सब प्लान के हिसाब से ही हुआ, मेरा फ्रेंड बाहर खड़ा हो गया और हम दोनों क्लास रूम में अन्दर चले गए।
मैंने छवि की तरफ प्यार से देखा भर था.. बस फिर क्या था, वो शर्मा गई और मैं उस पर टूट पड़ा। मैंने पहले उसको किस किया.. वो हमेशा मुझे किस करने में फुल मार्क्स देती थी।
कुछ देर तक हम दोनों ने पूरी शिद्दत से चुम्बन किए.. इसके बाद मैंने उसके गले से टाई निकाली और उसकी शर्ट के बटन खोल दिए, पर उतारी नहीं।
वो शर्ट के अन्दर ब्रा नहीं पहने हुई थी, तो मैं उसके मम्मों को मसलने लगा। वो मादकता से सिस्कारने लगी.. धीरे-धीरे मैंने उसकी स्कर्ट में हाथ डाल दिया और उसकी चुत में उंगली करने लगा। उसने भी मेरे होंठों को दांतों से चबाना शुरू कर दिया।
क्योंकि हमारे पास टाइम कम था.. तो मैंने देर ना करते हुए अपनी पेंट एक पैर से उतारी और अपना लम्बा लंड बाहर निकाल कर आज़ाद कर दिया। वो मेरे लंड को देख कर घबरा गई और मना करने लगी, वो बोली- इतने बड़े से मुझे बहुत दर्द होगा..!
लेकिन मैंने उसकी एक ना सुनी, मैंने उसको लिटाते हुए किस किया और अपने लंड को उसकी चुत पर रख पर पेल दिया।
लंड की मोटाई से चुत चिर सी गई और उसकी चीख निकलने को हुई।
मैंने उसके होंठों को अपने होंठों से दबा रखा था इसलिए उसकी चीख तो नहीं निकली.. पर दर्द की छटपटाहट से उसने मेरे होंठों से अपना मुँह हटा दिया।
फिर मैंने दोबारा उसके होंठों को अपने होंठों से दबा लिया और उसकी जीभ को चूसने लगा इससे उसको थोड़ा आराम मिला।
फिर मैंने लंड पेलना शुरू कर दिया.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… कुछ ही पलों में वो भी साथ देने लगी तो मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी। कुछ मिनट बाद उसका शरीर अकड़ गया और वो झड़ गई।
झड़ते समय उसने मुझे कस कर जकड़ लिया। उसकी चुत के गरम रस से मेरा लंड भी आखिरी मंजिल पर था, मैं भी झड़ने वाला हो चला था।
तभी मेरे दोस्त ने आवाज दी- कोई ऊपर आ रहा है।
हम दोनों जल्दी से कपड़े ठीक करके पहले जैसे हो गए।
मगर पहली बार चुदने के कारण वो पहले जैसी नहीं चल पा रही थी, वो कुछ लंगड़ा-लंगड़ा के चल रही थी।
मैंने भी अपने बिन झड़े लंड को हाथ फेर का समझाया तो लंड ने पेंट में ही पानी छोड़ दिया।