वर्जिन देसी गर्ल चुदाई कहानी में पढ़ें कि मेरे मौसा ने मौसी के साथ मिल कर मेरी जवानी का भोग लगाया, मेरी कुंवारी बुर को फाड़ा. उन्होंने मुझे अपनी बीवी की तरह रोज चोदा.
यह कहानी सुनें.
मेरा नाम रिया सिंह है.
आज मैं आपको अपनी एक सच्ची वर्जिन देसी गर्ल चुदाई कहानी सुना रही हूँ.
आज मेरी उम्र 25 साल है.
जब मैं 18 साल की थी तब मेरी मौसी मुझे अपने साथ लेकर आ गई थी क्योंकि मेरे घर की आर्थिक स्थिति सही नहीं थी और मौसा जी मौसी के कोई औलाद नहीं थी.
उस टाइम मेरा बॉडी फिगर 34-30-36 था.
मेरे को इस उम्र में सारे मर्द भूखी निगाह से देखते थे.
जब मौसी मुझे अपने घर लेकर आ गई तो मौसा जी भी मेरे साथ कोई मौका नहीं छोड़ते थे छेड़छाड़ करने का!
एक दिन मौसी पड़ोस में किसी के पास गई थी और मैं गुसलखाने में कपड़े धो रही थी.
बाल्टी में साबुन का पानी था और कपड़े धोते हुए मेरा सूट सलवार पूरा पानी से गीला हो गया था.
पर तभी मौसा जी गुसलखाने में आ गए और अपने कपड़े निकाल कर नहाने लगे और अपने जिस्म पर साबुन लगाते समय साबुन मेरे हाथ में देकर बोले- चल लगा!
और जबरन मेरा हाथ खींच कर अपनी बांहों में ले लिया.
मैं मौसा जी के शरीर पर साबुन लगाने लगी.
साबुन लगाते लगाते मुझे कुछ अजीब सा लगने लगा.
तभी मौसा जी ने मेरा हाथ पकड़ कर अपने अंडरवियर में डाल दिया और साबुन लगाने को कहने लगे.
इस तरह मौसा जी का लंबा लंड मेरे हाथ में आ गया और मेरे पूरे शरीर में सनसनी सी दौड़ गई.
पर मैंने शरमा के तुरंत अपना हाथ खींच लिया.
तो मौसा जी ने गुस्से में आकर साबुन से पानी से भरी बाल्टी मेरे सर के ऊपर डाल दी और मेरा सूट सलवार मेरे शरीर से चिपक कर मेरे शरीर के अंग दिखने लगे.
फिर मौसा जी ने मुझे अपनी बांहों में लेकर मेरा शर्ट को हाथ ऊपर करके उतार दिया और मेरी सलवार का नाड़ा खींचकर सलवार निकाल दी.
इस तरह से मैं वर्जिन देसी गर्ल मौसा जी की बाहों में पूरी नंगी हो गई.
फिर मौसा जी मुझे अपनी गोद में लेकर बैठ गए, मेरी एक चूची अपने मुंह में भर कर चूसने लगे और दूसरी चूची को अपने हाथ से मसलने लगे.
तभी मौसा जी ने अपने होंठ मेरे होंठों से लगा कर मेरा नीचे वाला हॉट अपने मुंह पर लेकर चूसना शुरू कर दिया और काफी देर तक मेरा होठ चूसते रहें इस तरह मेरा नीचे वाला हॉट सूज कर मोटा हो गया
फिर मौसा जी ने मुझे बाथरूम के फर्श पर लिटा कर मेरी दोनों जांघों के बीच पर अपने पंजों के बल बैठ गए और अपना लंबा मोटा लंड मेरी देसी बुर पर रगड़ने लगे.
साबुन के पानी से चिकनाई होने के कारण एक ही धक्के में उन्होंने अपना लंड मेरी बुर में घुसाना चाहा.
तो उनका सुपारा मेरी बुर में घुस गया और मेरे मुंह से बहुत ही लंबी चीख निकल गई- उई … मां … मर … गई आह … आह … ओह … ईईईई …
और मेरी आंखों में आंसू निकल गए.
लेकिन मौसा जी ने इसकी परवाह किए बगैर पूरी ताकत से फिर धक्का मारा और उनका लंड मेरी वर्जिन बुर को चीरता हुआ काफी अंदर घुस गया.
“मम.. ममी … अ..आ..मर गई … उई मां …”
लेकिन मौसा जी ने पूरी ताकत से और धक्के मार कर अपना पूरा लंड मेरी बुर में फंसा दिया.
“आह … आह … उई … मां … ममम उयी …” मेरे मुंह से दर्द भरी सिसकियां निकलने लगी और मौसा जी ताबड़तोड़ तेज धक्के लगाने लगे.
मैं उनके हर धक्के पर दर्द भरी सिसकियां निकलने लगी थी.
मौसा जी ने मुझे अपने नीचे पूरी तरह से अपनी बांहों में जकड़ रखा था, मैं बिल्कुल भी हिल नहीं पा रही थी.
ऐसा लग रहा था कि मेरी बुर में गर्म गर्म मूसल किसी ने डाल दिया हो.
लेकिन मौसा जी पर इस चीज का कोई असर नहीं था और वे ताबड़तोड़ मुझे चोद रहे थे.
कुछ देर के बाद मेरे दर्द में कमी हुई और मुझे एक अजीब सा एहसास होने लगा.
इस कारण मैं अपने चूतड़ों को नीचे से उछालने लगी और मैंने अपनी बांहों का हार बना कर मौसा जी के गले में डालकर अपनी ओर भींच लिया.
मेरे इस तरह करने से मौसा जी मेरा इशारा समझ गए और वे मुझे अपनी गोद में उठा कर ऐसे ही अपने कमरे में ले गये, लाकर पलंग पर पटक दिया और मेरे ऊपर चढ़ गए, जोर जोर से धक्के मार कर मेरी चुदाई करने लगे.
अब मस्ती में आकर मेरी सिसकारियां निकलने लगी- आह … सीसी … हम्म्ह … मम … ममी …
मैंने अपनी गर्दन उठाकर देखा तो मौसा जी का लंबा मोटा लंड पूरा मेरी चूत में काफी तेजी से अंदर बाहर हो रहा था.
अब मैं भी मौसा जी का पूरा साथ दे रही थी और पूरे कमरे में मेरी सिसकारियां गूंज रही थी.
तभी मौसा जी ने मेरी दोनों टांगें उठा कर अपने कंधों पर रख ली और ताबड़तोड़ धक्के लगा कर मुझे चोदने लगे.
अब मैं भी एक बीवी की तरह मौसा जी का साथ दे रही थी.
मौसा जी का लंबा मोटा लंड मेरी बच्चेदानी में जा रहा था.
इस कारण मैं उनके हर धक्के पर उछल रही थी.
इस दौरान मेरा दो बार पानी निकल चुका था लेकिन मौसा जी रुकने का नाम नहीं ले रहे थे.
मैं भी हैरान थी कि मौसा जी 45 साल की उम्र में भी इतना जोश था.
मेरी जोर जोर की सिसकारी पूरे कमरे की दीवारों से टकराकर वापस आ रही थी और मौसा जी का जोश बढ़ा रही थी.
इस कारण मौसा जी मेरी ताबड़तोड़ चुदाई करने में लगे हुए थे.
तभी मेरा शरीर फिर से अकड़ने लगा और मैंने जोर से अपने नाखून मौसा जी की कमर में गड़ा दिए.
और मौसा जी भी काफी जोर जोर से धक्के मार कर वे भी आह आह करने लगे.
तभी मौसा जी ने अपने लंड से ढेर सारी पिचकारी मेरी चूत में उड़ेलनी शुरू कर दी.
और मेरा भी पानी साथ-साथ निकल गया.
मौसा जी ने अपना वीर्य मेरी चूत में पूरा भर दिया.
बेड की चादर पर मेरी चूत से वीर्य और खून और साबुन का पानी चादर पर बह कर गिर रहा था.
मेरी सील टूट चुकी थी और मौसा जी ने वर्जिन देसी गर्ल को कली से फूल बना दिया.
आज मुझे लड़की से औरत होने का अहसास हो रहा था.
मैंने बेड से उठकर बाथरूम जाने की कोशिश की लेकिन मेरे शरीर में काफी दर्द होने के कारण उठ ना सकी.
फिर मौसा जी मुझे अपनी गोद में उठाकर बाथरूम ले गये.
मुझे चलने में दिक्कत हो रही थी तो वे वापस भी अपनी गोद में लेकर ही आये और फिर से मुझे रूम में बेड पर लिटा दिया.
हरामी मौसा जी ने फिर से मेरी एक चूची अपने मुंह में लेकर चूसनी शुरू कर दी और दूसरी चूची को अपने हाथ से मसलने लगे.
और बीच बीच में वे मेरे होठों का लंबा चुंबन ले रहे थे.
मौसा जी का लंड फिर से लंबा मोटा हो गया था. मौसा जी ने बिना देर किए अपना लंड 2 धक्के में ही मेरी चूत में जड़ तक उतार दिया.
मेरे मुंह से एक लंबी दर्द भरी सिसकारी निकल गई- आह … आह … ओह ईईईई!
मौसा जी ने फिर से जल्दी ही मेरी दोनों टांगें उठा कर फिर से अपने कंधों पर रख ली और इस तरह से मौसा जी का लंड फिर से मेरी चूत में बच्चेदानी में जा रहा था.
वे फिर से पूरी ताकत से अपना लंड मेरी चूत में धक्के लगा कर पेल रहे थे.
और मौसा जी की जांघें मेरी जांघों से टकराकर फच फच फच फच की आवाज कर रही थी.
मेरी दर्द भरी और मस्ती भरी सिसकारियां पूरे कमरे में फिर से गूंजने लगी- आह … ओह … ईईईई … ईईई … उई ईईई … ऊऊऊऊ … हंहं … मम्मी … आईई ईई ईईउ … ऊचच!
फिर से मैं दो बार झड़ गई और फिर काफी देर बाद मौसा जी ने मेरे साथ ही अपना ढेर सारा वीर्य मेरी चूत में भर दिया.
वे काफी देर तक मेरे ऊपर ही लेटे रहे.
फिर अपने कपड़े पहन कर वे मौसी को फोन करके हंस रहे थे.
तब मुझे मालूम चला कि मौसी ने प्लानिंग से ही मौसा जी से मेरी सील तुड़वाई और लड़की से औरत बनाया.
अब तो मौसा जी मुझे मौसी के सामने भी चोदने लगे हैं.
हर रात मौसा जी मुझे अपनी बीवी की तरह चोदते रहे.
इस तरह मैं जल्दी ही पेट से हो गई.
और मौसी मेरा खास ख्याल रखने लगी और मौसा जी भी!
इस तरह 9 महीने बाद मैंने एक लड़के को जन्म दिया.
मौसी और मौसा जी बहुत खुश हुए और बच्चे को अपना बच्चा समझकर पालने लगे और बच्चे के माता पिता के रूप में अपनी पहचान बताने लगे.
और मौसा जी मुझे जी भर कर रात दिन चोदते रहते थे.
इस तरह मेरे शरीर के अंग अंग निखर कर झलकने लगा.
मैं बच्चे को अपना दूध पिलाती रही.
इस तरह बच्चा 3 साल का हो गया और मौसा जी ने कोई रात नहीं छोड़ी मुझे चोदने में!
मौसा जी ने मुझे चोद चोद कर रसभरी औरत बना दिया.
फिर मौसी मौसा जी ने मेरी शादी कर दी और बच्चे को अपने पास रख लिया.
अब मौसा जी कई बार तो मुझे मौका मिलने पर मेरी ससुराल में आकर ही चोद कर चले जाते हैं.
और जब मैं मौसी मौसा जी के घर जाती हूं तब मौसा जी मुझे चोदने का कोई मौका नहीं छोड़ते.
आज मेरे पति से मुझे 2 बच्चे हैं लेकिन मुझे पहले पहले बच्चे की बहुत याद आती है.
यह मेरी सच्ची कहानी है जो मैंने आप लोगों के साथ शेयर करके अपना दिल हल्का किया है.
आपको मेरी वर्जिन देसी गर्ल चुदाई कहानी कैसी लगी?
[email protected]