दामाद से मिला पति का सुख

Gharelu Sex Story – Rishton Me Sex – Village Sex Story :- मेरा नाम अंगूरी है, मैं 42 साल की हूं, मैं गांव में रहती हूं। गांव में भी 3 साल से रह रही हूं इसका कारण यह है कि पहले हम लोग बंगाल में रहते थे वहां पर मेरे पति नौकरी करते थे। ज्यादा शराब पीने की वजह से उनकी लीवर खराब हो गया फिर वह भगवान के प्यारे हो गए। अपने पीछे छोड़ गए मुझे और मेरी प्यारी सी लाडो मीनाक्षी। मेरी बेटी मीनाक्षी बहुत सुंदर और बहुत सुशील लड़की है। मुझे सबसे ज्यादा चिंता बेटी के लिए ही था। आज कल की दुनिया ऐसी है लड़की को घर में रखना एक बहुत ही मुश्किल भरा काम है। उस पर भी जब घर में कोई मर्द नहीं हो तो और भी दिक्कत हो जाता है।

पति के जाने के बाद हम लोग गांव आ गए गांव में कुछ पुश्तैनी जमीन थी उसी को बटाई पर लगाकर हम लोग खाना पीना पर खा रहे थे मैं सिलाई कर करके कुछ पैसे कमा ले रही थी। हमेशा चिंता में रहती थी कि मीनाक्षी का क्या होगा उसकी शादी कहीं अच्छी जगह हो जाती तो मैं खुश हो जाती यही मेरा सपना था। भगवान ने मेरी सुन ली एक लड़का जो कि दिल्ली में रहता है अच्छा काम करता है कमाई भी बहुत अच्छा है उसके भी मां-बाप नहीं है उसका रिश्ता मेरे बेटे के लिए आया और मैंने अपनी बेटी का ब्याह उसी के साथ करवा दिया।

शादी के 2 महीने बाद ही मीनाक्षी का पति अजय अपना मकान ले लिया। मुझे बहुत खुशी हुई कि मेरी बेटी एक अच्छे घर में रहेगी अपने पति के साथ। दामाद बहुत ही लायक निकला मेरे बेटे को बहुत ज्यादा चाहता है प्यार करता है कोई गलत आदत उसको नहीं है मैं ऐसा ही मीनाक्षी के लिए दूल्हा ढूंढ रही थी और उसको मिल भी गया। चौथे महीने में धमाल का फोन आया मैं गांव में ही रह रही थी। मां जी आप भी आ जाओ हम लोगों को अच्छा लगेगा हम दोनों अकेला ऐसे भी हैं मेरे मम्मी पापा भी मेरे साथ अब नहीं रहे और आप अकेली वहां क्या करोगे तो आप आ जाओ हम लोगों के साथ ही रहना। पर मैं अकेले कैसे जाती दिल्ली दामाद जी बोले यह मैं आपको लेने के लिए आ रहा हूं।

दामाद जी गांव आ गए मेरी बेटी दिल्ली में ही थी। गांव में एक छोटा सा घर है तीन कमरे का मकान है मैं अकेले ही अब थी। दामाद जी आए तो उनके लिए अच्छा खाना बनाएं उनको खिलाया सुख-दुख हालचाल लिया। और रात में हम दोनों बैठ कर बात करने लगे। उन्होंने पूछा मम्मी आपको अकेले रहने में कैसा लगता है पापा जी रहते थे तो आपको बहुत अच्छा लगता होगा पर जब अकेला इंसान हो जाता है तो जिंदगी बड़ी कठिन हो जाती है जीना। आपकी उम्र भी ज्यादा नहीं हुई है अभी कम उम्र की ही हो आप ऐसे में अकेले जिंदगी काटना बहुत मुश्किल भरा है। ऐसी बातें काफी देर तक चली धीरे-धीरे रात भी डरने लगी थी हम दोनों एक ही बेड पर बैठ कर बात कर रहे थे।

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अचानक से उन्होंने मेरा हाथ पकड़ कर बोले कि मैं आपको कभी किसी चीज की कमी नहीं होने दूंगा। मैं बोली मैं भी ऐसे ही दामाद की तलाश कर रही थी और आप मुझे मिल गए। उन्होंने फिर से मुझे कहा आपके लाइफ में जिस चीज की कमी है वह मैं पूरा करूंगा आपके लिए। मैं बोली हां यह तो है आपको ही करना है मेरा है कौन। अचानक उन्होंने मेरे साड़ी का पल्लू पकड़ कर नीचे कर दिया। और वह मेरे ब्लाउज की तरफ देखने लगे मेरे ब्लाउज के ऊपर से मेरे दोनों चूचियां बाहर दिखाई दे रही थी। दामाद जी बड़े ध्यान से मेरे जिस्म को नेहा रहे थे मैं समझ गई वह क्या मदद करना चाह रहे थे।

उन्होंने हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खींचा तो मैं बोली मैं आपकी मां के समान हूं आप की सासू मां हूं इसके लिए मैंने आपको अपनी बेटी दी है। ऐसा रिश्ता पति पत्नी के बीच ही होता है। उन्होंने कहा आजकल जमाना बहुत बदल गया है आजकल सब कुछ होता है आपको भी वह सारे कुछ करना चाहिए जो एक इंसान की जिंदगी के लिए जरूरी होता है। मैं मानता हूं पापा जी नहीं है क्या पापा जी रहते तो आप यह सब चीज नहीं करते। अब वह तो लौट के आएंगे नहीं उनकी जगह पर मैं आ गया हूं इस घर में तुम्हें चाहता हूं आपको किसी चीज की कमी नहीं हो इसमें क्या बुराई है।

उन्होंने कहा आजकल ऐसा हो रहा है सास दामाद में भी संबंध बनते हैं उन्होंने तुरंत नॉनवेज story.com खोलकर दिखाया सास दामाद की सेक्स कहानियां मैं हैरान रह गई सच में था ऐसा ऐसे रिश्ते लोग बना रहे थे। मैं तो अभी 42 साल की हूं अभी मेरी भरपूर जवानी है मैं अपनी जवानी को ऐसे कैसे जाने दूँ। मुझे लगा कि वह ठीक ही बोल रहे हैं। पर मैंने उनके सामने एक शर्त रखी कि यह बात मेरे बेटे तक नहीं पहुंचने चाहिए। उन्होंने मेरे माथे पर हाथ रख कर कहा कि आप चिंता मत करो ऐसा मौका ही कभी नहीं आएगा। और मैं उनकी बाहों में चली गई।

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उन्होंने अपना एक हाथ मेरी छाती पर रखा और मेरे बूब्स को दबाने लगे धीरे-धीरे करके हम दोनों एक दूसरे के करीब आ गए उन्होंने अपना होठ मेरे होंठ पर रख दिया और उसे चूमने लगे। धीरे-धीरे बात आगे बढ़ी ब्लाउज का खुल गया ब्रा खुल गई। मैं लेट गई मेरे को दबाते हुए मुंह में ले लिए और पीने लगे। मेरे गाल पर किस करते हुए मेरे होंठ पर किस करने लगे अपना जीभ मेरे मुंह में देने लगे मैं कामुक होती गई। मैं अंगड़ाइयां लेने लगी।

उन्होंने मेरे बाल खोल दे पेटिकोट का नाड़ा खोला पेंटी नीचे की और लगे वो मेरी चूत चाटने। मेरी चूत से गरम गरम पानी निकल रही थी अपनी उंगलियां डालकर ज्यादा पानी निकाल रहे थे और बाद में वह चाट रहे थे। मैं गर्म होती गई वह मुझे चढ़ते रहे। मेरे गांड में उंगली डालकर अंदर तक घुसा दिया। मैं उछल पड़ी मैंने उनको बाहों में भर लिया उनका लंड पकड़ कर अपने मुंह में ले ले। उनको नीचे लिटा दिया मैं उनके ऊपर चढ़ गई दोनों हाथों को पकड़कर चौड़ी कमर उनके लंड पर रखी। उनके चौड़े सीने को सह लाते हुए उनके लंड को चूत के छेद पर सेट किया और बैठ गई। करीब 10 इंच का लंड मेरी चूत के अंदर घुस गया। इतने दिनों से चुदाई नहीं होने की वजह से मेरी चूत काफी टाइट हो गई थी।

अब मैं होले होले करके उनके लंड को अंदर लेती बाहर निकालते अंदर लेती बाहर निकालते। वह मेरी चूचियों को पकड़ कर मसलते रहे मैं उनके ऊपर तैर रही थी। अपने कमर को गोल गोल घुमा कर कभी धक्के देकर पूरा लंड अंदर ले लेती फिर गांड को टेढ़ा करके बाहर निकालते फिर जोर से धक्के देती। जब-जब में जोर से धक्के देते उनका मेरे चूत के अंदर आता मेरे मुंह से आह आह की आवाज निकलती। मुझे ऐसे ही चुदाई चाहिए थी पर मेरे पति ने कभी ऐसा मौका नहीं दिया क्योंकि मेरे पति का लैंड कितना मोटा और लंबा नहीं था। वह ज्यादा शराब पीते थे इस वजह से कभी उन्होंने मुझे सेक्स में संतुष्ट भी नहीं किया था जितना आज मैं हो रही थी।

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मेरे दामाद जी ने मुझे नीचे लिटा दिया कमर के नीचे तकिया लगा कर दोनों पैरों को अलग-अलग करके अपने कंधों पर रख लिया मोटा लंड में चूत के छेद पर रखकर जोर-जोर से अंदर बाहर करने लगे। इतना जोर से वह धक्का देते कि क्या बताऊं मेरे दोनों चूचियां फुटबॉल की तरह हिल रही थी। दोनों हाथ ऊपर करके मेरे कांख को यानी मेरे बगल को अपने जीभ से चाटने लगे ऐसे में मैं और भी ज्यादा कामुक हो रही थी। फिर मेरे होंठ को अपने दांतो से दबाते मेरे निप्पल को हाथों से दबाते फिर मुंह में दे देते ऐसे करके उन्होंने मुझे इतना ज्यादा गर्म कर दिया मैं क्या बताऊं। मेरी वासना भड़क गई थी मैं पागल हो गई थी मैं जोर-जोर से किलकारियां लेने लगी जोर-जोर से वह वह कहने लगी बोलने लगी।

हम दोनों एक दूसरे को चूम रहे थे किस कर रहे थे बाहों में ले रहे थे और दोनों अपने कमर को गोल-गोल हिला कर एक दूसरे को खुश कर रहे थे एक दूसरे की जरूरत को पूरा कर रहे थे। इस तरह वह पहला दिन था जब उन्होंने मुझे जन्नत दिखाई उन्होंने वह दिखाई मुझे जो आज तक मैंने कभी सोचा नहीं था खूब चोदा उन्होंने। पति का भरपूर प्यार दिया ऐसा ही मैं चाहती थी। मुझे पति भी मिल गया दामाद भी मिल गया दोनों मिल गया मुझे।

वापस दिल्ली जल्दी जाना था पर मैंने बहाना बनाई अपनी बेटी को बताएं कि कुछ काम है वह कर के आऊंगी। और 7 दिन तक हम दोनों दिन रात कमरे में बंद रहते थे और एक दूसरे को खुश करते रहते थे। 7 दिनों में कम से कम 40 बार उन्होंने मुझे नंगा करके चोदा। खूब मजे ली और फिर मैं दिल्ली आ गई। जब मेरी बेटी नहाने जाती है बाथरूम में तब मेरे दामाद जी मुझे तुरंत लिटा कर फटाफट चोद लेते हैं। मैं बहुत खुश हूं आज कल। मैं भी रोजाना अब इस वेबसाइट पर यानी नॉनवेज story.com पर आकर कहानियां पढ़ती हूँ। मैं दूसरी कहानी आपको जल्द ही इस वेबसाइट पर लिखने वाली हूं।


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