दोस्तो”यह एक सच्ची कहानी है, जो मेरी शादी के कुच्छ दिन पहले हुई थी. मैं उस वक़्त २५ साल का था. अच्छी बॉडी और पढ़े लिखे होने की वजह से मेरी पर्सनॅलिटी काफी अच्छी थी. 5’8”, अराउंड 80 क्ग.मेरी शादी की कोशिश चल रही थी और पुणे से एक प्रपोज़ल आया. लड़की को ७ बहने थी और भाई नहीं था. मैने सोचा एक साथ ३.५ बीवियाँ मिलेगी (एक पूरी और ६ आधी). बाकी सब बातें पसंद आने पर शादी लगभग ४ महीने के बाद तय हुई. ७ बहनों में मेरी वाइफ 4th है.
उसकी सबसे बड़ी बहन उस वक़्त लगभग २९ साल की थी और नवी मुंबई में रहती थी. उसे 2-साल का बेटा था और पति दुबई में रहते थें. मुझे एंगेज्मेंट के बाद एक बार मुंबई काम पड़ा. काम निपटाकर मैने साली को मिलने चला गया. मुझे देख वो सर्प्राइज़ हुई और बहुत खुश भी हुई. उसका 2 बीएचके फ्लॅट था और मुझे दूसरे बेड रूम मे रखा. फ्रेश होने के बाद मैं हॉल में आया. तबतक 9.30 बज गये थे और बच्चा सो गया था. उसे पता था कि मैं ड्रिंक्स लेता हूँ और उसके घर में विस्की की बॉटल पड़ी थी. उसका हज़्बेंड जब भी मुंबई आता था तो 5-6 बॉटल ले आता था. मुझे बिना पूछे उसने पेग बना दिया. मुझे अचरज हुआ. लेकिन मैने कहा, “दीदी, मैं अकेले कभी नहीं लेता. क्या आप कंपनी दोगि?”
उसने भी ना नही की और अपने लिया एक पेग तैयार किया. “चियर्स” और हम ने पीना शुरू किया. एक पेग होने के बाद दूसरा आया और हमारी बातें आहिस्ते आहिस्ते सेक्स के सब्जेक्ट पर आ गयी. मैने शरमाते हुवे कहा, “मैने तो सेक्स के बारे खाली पढ़ा है और कभी कभार BF देखी है.” शी स्माइल्ड. “जीजाजी, कोई BF देखोगे?” आइ वाज़ सर्प्राइज़्ड, बट सेड “चलेगी”.उसने शरारत भरी मुस्कुराहट से देखा और मैं भी उनके इरादे समझ गया. उसने dvd पर एक कॅसेट लगाई और जैसे ही फिल्म चालू हुई, मैं एक्साइड हो गया. लूँगी तन गयी और हाथ अपने सामान पर चला गया.
साली ने मूवी देखी हुवी थी और वो बिल्कुल नॉर्मल सी बिहेव कर रही थी. फिर तीसरा पेग आया और हमने वो भी ख़तम किया. तबतक मूवी आधी हो गयी थी. मैं उठके बाथरूम चला गया. आने पर साली की वोही शरारत भरी मुस्कान!. मैं थोड़ा शर्मा गया और उसे देखने लगा. इच्छा हो रही थी लेकिन डेरिंग नही हो रही थी. लेकिन वो समज़ गयी. धीरे से वो मेरे पास आ गयी और चिपक के बैठ गयी.. मैं और टाइट हो गया. उसके भी तीन पेग हो चुके थे और उसने पूछा, “जीजाजी, और कुछ चाहिए?” मैं भी मूड में था, पूछा “क्या दोगि?”. वो भी मूड में थी और कहा, जो आप माँगो!!
मैने झटके से उसका हाथ पकड़ लिया और वो तो तैयार ही थी. झटके से मेरे गले लग गयी और मुझे किस करने लगी. यह मेरा पहला एक्सपीरियेन्स था और मुझे पता नही था कि किस कैसे करते हैं!!!साली को समज़ में आ गया कि कुछ मैं एकदम ज़ीरो हूँ. उसने आहिस्ता से मुझे किस करना सिखाया. अब मुझे मज़ा आने लगा. हम दोनो उठकर बेडरूम में चले गये. मैने उसे गले लगा लिया और उसकी छाती का दबाव महेसूस करने लगा.
वा, क्या मज़ा आ रहा था. इधर मेरा समान टाइट हो गया था और उसके गाउन पर से उसके सामान को चुभ रहा था और वो भी मज़े लेने लगी. थोड़ी देर के बाद, मैने उसका गाउन उतार दिया. अब वो ब्रा और पॅंटी मैं खड़ी थी. सीन तो बहुत मज़ेदार लग रहा था… उसने भी मेरी शर्ट उतार दी और लूँगी खोल दी. मेरा फूला हुआ अंडरवेर देखकर उसके चेहरे का रंग बदल गया… उसने झट से मेरे अनडरवेर को पकड़ लिया और मसल्ने लगी. मुझे अजीब मज़ा आने लगा. मैने भी उसकी ब्रा उतार दी और उसके सुंदर सुंदर बॉल्स देखकर मैं बहुत खुश हुवा |
उसके बॉल्स को ज़ोर से दबाने लगा. “धीरे जीजाजी, ज़रा प्यार से!!!”“ओके डियर” और मैं आहिस्ते से दबाने लगा. उसे भी मज़ा आने लगा. फिर उसने मुझे लिटा दिया और खुद भी बगल में लेट गयी. मैं नीचे था और वो मेरे लेफ्ट साइड में, लेकिन उसकी छाती मेरी छाती पर थी. आहिस्ता से उसने उठ कर अपना लेफ्ट बॉल मेरे मुँह में दिया और कहा, “चूसो जीजू”, और मैं चूसने लगा. उसने उसका राइट बॉल मेरे लेफ्ट हॅंड में दे दिया.” अब उसकी आवाज़ निकलने लगी…”आआआहह”, “ “”.
मुझे और मज़ा आने लगा और मैं और मज़े से चूसने लगा… थोड़ी देर बाद दूसरा बॉल मुँह में लिया और हाथ भी बदल दिया…. उसकी आवाज़ और गहेरी हो गयी…. आआहह”, “ह्म्म”, “”. कुछ देर बाद उसने मेरा अंडरवेर उतार दिया और मुझे इशारा किया. मैने भी उसका अंडरवेर उतार दिया और खोब्सूरत बदन, नाइट लेम्प की रोशनी में देखने लगा. वो आहिस्ता से मेरा बदन चूमते, चाटते हुवे नीचे हुई और झटके से मेरे लंड को मुँह में ले लिया…. अब मेरी बारी थी…. कुछ देर बाद उसने अपनी दोनो टाँगे मेरी छाती के दोनो तरफ कर ली और मेरा लंड चूसने लगी. हम ऑलरेडी 69-पोज़िशन में थे और मैने अपनी जीभ उसके पुसी में डाल दी. कुच्छ नमकीन सा स्वाद आया,
पर मज़ा भी आया.. वो फिर आवाज़ करने लगी…. “अहह” “ह्म्म” “”…. लगभग दस मिनिट के बाद, वो सीधी गो गयी और मुझे अपने उपर ले लिया… और बोली, “चलो जीजू, अब कर लो”…. मैने अपना लंड अंदर डालने की कोशिश की, उसने अपनी टाँगे फैलाकर रखी थी | लेकिन मुझे यूनिवर्सल होल नहीं मिल रहा था.. वो आँखें मूंदकर मुस्कुराइ और मेरे लंड को अपने द्वार पर रखकर बोली, “पुश….” मैने एक झटका दिया और लंड अंदर चला गया…. लेकिन मुझे भी दरद महसूस होने लगा… उसने अपने आप को थोड़ा अड्जस्ट किया और धीरे धीरे झटके मारने लगी. मैं भी झटके मारने लगा… अब मज़ा आने लगा..
थोड़ी देर में स्पीड बढ़ गयी और मुझे बहुत मज़ा आने लगा… और स्पीड बढ़ी और मज़ा…. आख़िरकार….. एक ज़ोर का झटका… मैने बहुत सारा पानी छोड़ दिया और वो भी शांत हो गयी…. रियली, एक वंडरफुल अनुभव… लगभग एक घंटे के बाद हम फिर तैयार हो गये और अब मैं एक्सपीरियेन्स्ड था… अब ज़्यादा कॉन्फिडेन्स से मैं करने लगा… उसकी प्यास भी बहुत दिनो के बाद बुझी थी. फिर लगभग एक घंटा और…. यही सिलसिला लगभग 4-5 बार हुआ… सुबह कब हुई, हमें पता ही नहीं लगा. आज भी जब भी हम मिलते हैं, रियली एंजाय करते हैं.. हू भी खुश और मैं भी खुश…| मित्रो आपलोग अपने कमेन्ट कर मेरे जीवन को धन्य बना दो अभी मै अपने सभी सालियों की चुदाई की कहानी लिख रहा हु जल्दी ही भेजूंगा तब तक के लिए विदा लेता हु फिर जल्दी ही मिलुगा पढ़ते रहिये मजेदार कहानिया और एन्जॉय कीजिये |