हॉट गर्ल फ्री सेक्स कहानी मेरी गर्ल की चुदाई की है. मैं उसे उसी के घर में चोद रहा था तो उसकी भाभी ने देख लिया. तो उसकी भाभी ने मेरे साथ क्या किया? खुद पढ़ कर देखें.
नमस्कार दोस्तो, कैसे हो आप सब!
उम्मीद करता हूँ कि सब ठीक ही होंगे.
मेरा नाम विवेक कुमार है, मैं छत्तीसगढ़ का रहने वाला हूँ.
आपके जैसे मैं भी रोज यहां की कहानियां पढ़ता हूँ और लंड हिला कर खुद को शांत कर लेता हूँ.
मैं जो हॉट गर्ल फ्री सेक्स कहानी बताने जा रहा हूँ, वो मेरी रियल कहानी है.
ये बात तब की है, जब मैं कॉलेज में अपनी ग्रेजुएशन के फाइनल ईयर में था.
वहां पर मेरी एक गर्लफ्रेंड थी जो बहुत सुंदर थी.
हर लड़का उसको पटाना चाहता था लेकिन वो किसी से भी सैट नहीं हुई.
शायद मेरी किस्मत बहुत अच्छी थी कि वह मेरे से पट गई.
कुछ ही समय में हम लोगों का घूमना फिरना बहुत होने लगा था.
एक बार जब उसके घर में कोई भी नहीं था तो वो मुझसे बोली- आज घर में आ जाओ. वहीं मजा करेंगे.
वो ठंड का समय था और मैं भी मौका नहीं छोड़ने वाला था.
मैं उसके घर चला गया.
हम दोनों आपस में कुछ देर तक बात करते रहे.
उसके बाद मैं उसके होंठों को चूमने लगा जिससे वह भी उत्तेजित हो गई और चुम्बन में साथ देने लगी.
मुझे बहुत अच्छा लग रहा था.
मैं उसके मम्मों को दबाने लगा.
फिर उसके बाद मैं उसे रूम में अन्दर लेकर गया.
उधर मैंने उसके सारे कपड़े उतार कर उसे नंगी कर दिया.
उसको नंगी देखकर मुझे बहुत अच्छा लग रहा था.
मैंने उसे बिस्तर पर लेटा दिया और उसके दोनों मम्मों को बारी बारी से चूसने लगा.
वो अपने मुँह से कामुक आवाजें निकाल रही थी.
कुछ ही पलों में मैं भी पूरा नंगा हो गया था.
मैं धीरे धीरे उसे चूमता चूसता हुआ उसकी चूत तक पहुंच गया.
मैंने पहले चूत को किस किया; उसके बाद अपने हाथ से हल्का सा फैलाकर चूत को चाटने लगा.
मेरे इस कदम से वो तो एकदम से मदहोश हो गई और गांड उठा कर मादक आवाजें निकालने लगी व सीत्कार भरने लगी ‘आह आह इस्स …’
मुझे उसकी चुदासी आवाजें सुनकर बहुत अच्छा लग रहा था.
उसकी चूत की खुशबू मुझे दो बोतल दारू का नशा दे रही थी.
मस्त गुलाबी चूत … पूरी क्लीन शेव … एकदम सफाचट.
मैं तो पागलों की तरह चूत चूसे जा रहा था.
वो भी चूत चटवाने का पूरा मज़ा ले रही थी.
कुछ ही देर में उसकी चूत से नमकीन पानी निकलने लगा था, मुझे उसका स्वाद, मदहोशी के चरम पर ले गया था. मैं चूत के रस को भी चाटता जा रहा था.
उसकी चूत रस को चाटने से मैं बहुत ही ज्यादा जोश में आ गया था.
उसके बाद मैंने अपना लौड़ा उसे चूसने के लिए बोला तो उसने मेरा लंड हाथ में ले लिया.
वो लंड को आगे पीछे करते हुए उसे सूँघने लगी और अचानक से लंड के सुपारे को मुँह में भर लिया.
लंड जैसे ही उसके मुँह में गया तो समझो मुझे जन्नत का मजा मिलने लगा.
सच में लंड चुसवाने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था.
मैं भी उसके सर को पकड़ कर दबाता जा रहा था, वो भी लंड को और अन्दर लेने की कोशिश करने लगी थी.
कुछ देर बाद उसने मेरे लंड को मुँह से बाहर निकाला और मेरी आंखों में किसी चुदासी रांड सी देखने लगी.
मैंने समझ गया और उसकी दोनों टांगों को फैलाकर उसे चुदाई की पोजीशन में ले लिया.
उसने भी मस्ती से चूत फैला कर गांड उठाते हुए लंड लेने की कोशिश की.
मैंने झट से अपना लौड़ा उसकी चूत में सैट कर दिया और दाब देते हुए अन्दर पेलना शुरू कर दिया.
धीरे धीरे मेरा बड़ा लौड़ा चूत के अन्दर घुसा तो उसकी तो हालत खराब हो गई.
वो हाथ की मुट्ठियों से चादर को भींच कर नहीं नहीं कहने लगी.
पर मैं अब कहां सुनने वाला था.
मैंने जोरदार धक्का मार कर पूरा लंड चूत के अन्दर ठांस दिया.
एकदम से लंड ने कॉर्क जैसी कसावट बना दी थी.
उसकी तो समझो गांड ही फट गई थी. उसकी चीख निकलने को होने लगी मगर मैंने अपने हाथ से उसका मुँह दबा दिया था.
मैं लंड को डालता निकालता रहा.
कुछ देर बाद उसे भी अच्छा लगने लगा और वो अपनी गांड उछाल उछाल कर मेरा साथ देने लगी.
मैंने भी हाथ हटाया और उसे जोर जोर से चोदना चालू कर दिया.
इस चुदाई का मजा हम दोनों ही लेने लगे थे.
मगर हम लोगों से एक गलती हो गई; कमरे का दरवाजा खुला ही छोड़ दिया था.
उसी बीच उसकी भाभी घर में आ गईं और उन्होंने हम दोनों को चुदाई करते रंगे हाथों पकड़ लिया.
वे खरी खोटी सुनाने लगीं और गाली देने लगीं.
मैं डर गया और उनसे माफी मांगने लगा.
कुछ देर बाद उनका गुस्सा शांत हुआ और उन्होंने एक शर्त रखी- जो मैं बोल रही हूं, अगर वैसा करोगे तो मैं किसी को नहीं बताऊंगी.
मैंने भी झट से हां कर दी और उनके सामने हाथ जोड़ कर खड़ा हो गया.
मैं नंगा था और मेरा लंड अधमरा हो गया था.
तभी भाभी ने सीधा अपना पल्लू गिरा दिया और मेरा लंड पकड़ कर हिलाने लगीं.
मैं सनाका खा गया कि ये क्या माजरा है.
भाभी बोल रही थीं- बहुत जोश है कमीने तेरे लंड में … अब दिखा तेरा जोश.
उनके हाथ लगाने से लंड में फिर से जान आ गई और मेरी गर्लफ्रेंड अनन्या की चूत में घुसने के कारण लौड़ा थोड़ा सा गीला भी था.
मैंने भी भाभी जी के दोनों बूब्स को पकड़ लिए और दबाने लगा. मैं भाभी को किस करने लगा.
अनन्या नंगी पड़ी चुपचाप खेल देख रही थी.
वह बोलती भी क्या कि भाभी की चूत मत चोदो.
इधर मेरे लिए यह अच्छा मामला सैट हो गया था; मुझे तो दो दो चूत चोदने को मिल रही थीं.
कुछ ही पल में मैंने भाभी जी को पूरी नंगी कर दिया; उनकी गांड में एक उंगली घुसा कर आगे पीछे करने लगा.
भाभी के मुँह से सिसकारियां निकलने लगीं और वह अनन्या से बोलीं- साली कुतिया … तू इधर आ मां की लवड़ी. मेरी चूत चाट साली.
अनन्या उठी और भाभी उससे अपनी चूत चटवाने लगीं.
अब भाभी मुझसे बोलीं- चल आ जा. अब तू भी चाट ले.
मैं आगे बढ़ा और पहले भाभी की चूत को सूंघकर देखा.
आह क्या मस्त महक थी … अनन्या की चूत से भी ज्यादा और अच्छी भाभी जी की चूत महक रही थी.
मैं भी पूरे जोश में आकर भाभी की चूत चाटने लगा.
भाभी की चूत से बहुत ज्यादा पानी निकल रहा था जिसे मैं चाटता जा रहा था.
उस वक्त अनन्या, भाभी के बूब्स दबा रही थी.
भाभी बहुत ज्यादा जोश में आ गई थीं.
मैं श्वेता भाभी की चूत में जीभ को पूरी अन्दर तक डाल कर चूस रहा था.
कुछ ही देर में उनका पानी निकल गया और वो झड़ गईं.
उसके बाद मैंने फिर से चूत को चाटा और उन्हें लेटा कर उनकी चूत में अपना लौड़ा घुसा दिया.
भाभी की आह निकली और मैं लंड पेलता चला गया.
तो भाभी कहने लगीं- आह चोदो … बहुत अच्छा लग रहा है. पूरा पेल कर चोदो.
मैंने भी धीरे धीरे धक्के लगाकर पूरा लंड घुसा दिया.
वो भी एकदम मस्ती से टांगें उठा कर चुदने लगीं.
फिर 15 मिनट की चुदाई के बाद भाभी झड़ गईं और बोलीं कि अब इस कुतिया अनन्या को भी चोद दे.
मैं अभी पूरे जोश में था … भाभी के झड़ जाने से मेरा लंड भकभका रहा था.
मैंने अनन्या को खींचा और उसकी टांगें उठा कर उसे चोदने लगा.
कुछ ही देर में मेरा लंड भी मलाई फैंकने वाला था तो मैंने अनन्या की चूत से लंड खींचा और भाभी के मुँह में लंड पेल दिया.
वो जब तक कुछ समझतीं, मैंने उनके बाल पकड़ कर अपना सारा माल उनके गले में निकाल दिया.
वो भी पूरा वीर्य पी गईं और मेरे लौड़े को चूसने लगीं.
अनन्या भी अपनी भाभी की चूत को चाटने लगी.
मैं भाभी के बूब्स को दबा रहा था.
कुछ ही देर में मेरा लौड़ा फिर से तैयार हो गया.
उसके बाद मैंने अनन्या को लेटाया और जीभ अन्दर डाल कर उसकी चूत को चूसने लगा.
भाभी उसके बूब्स दबाने लगीं.
हॉट गर्ल फ्री सेक्स में बहुत मज़ा आ रहा था दोस्तो, अनन्या की कमर अकड़ने लगी और वह झड़ने वाली थी.
मैं और जोर जोर से चूत चूसने लगा.
कुछ ही पलों में उसका रस मेरे मुँह में ही गिर गया.
भाभी बोलीं- पी ले इस रंडी की चूत का रस … साले तेरे लंड में ताकत आ जाएगी.
मैंने उसकी चूत का पूरा नमकीन पानी पी लिया.
मेरा लंड अभी भी टाईट था. मैंने पीछे से भाभी की गांड में लंड डालने का सोचा.
मैं उंगली गांड में देने लगा.
वो समझ गईं.
पहले तो उन्होंने बहुत मना किया, फिर मेरे और अनन्या की जिद के बाद मान गईं.
मैंने अपना लंड सहला कर भाभी की गांड को फैलाया और लंड का सुपारा घुसाया.
वह चिल्लाने लगीं- उई मम्मी रे … फट गई मेरी … आह निकालो निकालो.
वो गाली भी देने लगीं- निकाल साले हरामी लौड़े के बाल … मैं मर जाऊंगी कुत्ते!
अनन्या बोली- मत निकालना … चोद दे अब इस बहन की लौड़ी की गांड को … साली रंडी है भैन की लवड़ी.
मैंने अनन्या की आवाज सुनकर और जोर से धक्का लगाया.
मेरा आधा लंड भाभी की गांड में घुस गया.
भाभी के आंसू निकल आए.
अनन्या उससे बोली- ले कुतिया, बहुत शौक है न तुझे अपनी चूत गांड मरवाने का … रंडी को चुदवाने का मन था. अब चुद भैन की लौड़ी साली रंडी.
यह कहते हुए अनन्या ने अपनी चूत भाभी के मुँह में लगा दी और गाली देने लगी- ले चाट कमीनी.
मैंने अपना लंड एक बार गांड से बाहर निकाला और जोर से पेल डाला.
एकदम सटाक से पूरा लंड अन्दर घुस गया.
भाभी की पेशाब निकल गई.
उसे देख कर अनन्या हंसने लगी- साली की गांड में जब घुसा लौड़ा, तो मूत निकल गया.
वो दोनों एक दूसरे से बहुत चिढ़ती थीं.
भाभी बोलतीं भी क्या!
मैं भी उसे गाली देकर चोदने लगा- साली रंडी, तेरी मां की चूत में हाथी के लौड़े घुसेंगे. आज तो तेरी बुर और गांड दोनों को फाड़ कर ही छोडूंगा.
अपना लंड मैं बार बार अन्दर बाहर करने लगा.
भाभी की तो हालत खराब हो गई थी.
कुछ देर बाद मैंने अपना लौड़ा उसकी गांड से निकाल कर अनन्या की गांड में पेल दिया.
उसकी गांड को मैं पहले भी चोद चुका था.
वो भाभी को चिढ़ाती हुई गांड हिला हिला कर चुदने लगी. वो बोल रही थी- साली कुतिया, अब तुझे चला पता कि गांड चुदाई क्या होती है. देख मादरचोद … मैं कैसे चुद रही हूं.
मैं जोर जोर से अनन्या को चोदने लगा.
उसकी चूत में उंगली घुसा कर बहुत देर की चुदाई की.
उसके बाद भाभी की चूत को चाट कर फिर से उनकी चूत में लंड घुसाया और बहुत देर तक उनको चोदा.
अब मैंने भाभी और अनन्या के बीच दोस्ती को बढ़ाने के लिए दोनों को एक दूसरी की चूत चाटने के लिए बोला.
वो दोनों तैयार भी हो गईं और दोनों 69 की पोजीशन में आ गईं.
अब वो एक दूसरे की चूत चाटने लगीं.
अनन्या बोली- सच में मेरी भाभी, आपकी चूत तो बहुत प्यारी है और मस्त चूत की खुशबू भी है.
भाभी ने भी यही बात अनन्या से बोली.
वो दोनों बहुत क्लोज हो चुकी थीं.
मेरे लिए तो यह समय बहुत ही अच्छा था. मैंने भी भाभी की चूत और गांड दोनों को चूसा, पर उनकी चूत की मादक खुशबू मैं कभी नहीं भूल सकता.
अब मेरा भी निकलने वाला था तो मैंने भाभी को बैठाया और उनके मुँह पर वीर्य डाल दिया.
अनन्या बोली- बहुत अकड़ है मेरी चुदक्कड़ भाभी को … गिरा इसके मुँह पर साली छिनाल.
उसने अपनी भाभी का मुँह पकड़ कर मेरे लौड़े में घुसेड़ा और दबाने लगी.
मेरा वीर्य निकल गया भाभी के मुँह में निकल गया.
मैंने भाभी को पीने के लिए कहा और वह पूरा रस पी गईं.
यह देखकर अनन्या बहुत खुश हुई.
उसने भाभी के होंठ से होंठ मिलाकर किस की.
फिर उन दोनों के बीच भी जो पहले से मतभेद था, वह भी दूर हो गया.
दोस्तो, मैं उम्मीद करता हूँ कि मेरी हॉट गर्ल फ्री सेक्स कहानी आपको बहुत अच्छी लगी होगी. आप लोग मुझे बताइएगा जरूर.
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