माय एस फक कहानी में पढ़ें कि कैसे गे पोर्न से मेरा मन भी लंड चूसने का करने लगा। मेरी गांड में कुलबुली होने लगी। एक दिन मैंने एक लड़के का लंड चूसा. उसने भी मेरा लंड चूसा.
दोस्तो, सभी मोटे लंडधारियों को मेरी कोमल गांड का झुक कर प्रणाम!
सभी चूत की रानियों को भी सलाम।
मेरा नाम राजेश है और आप सभी ने मेरी पिछली कहानी
बड़ी भाभी ने मुझे बिस्तर पर बुलाया
को पढ़कर खूब सारा प्यार दिया। उसके लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद।
मेरे बारे में और ज्यादा जानने के लिए आप मेरी पिछली कहानी को जरूर पढ़ें।
आज मैं आपको अपनी एक और सच्ची कहानी बताने जा रहा हूं कि कैसे चोदने वाला खुद ही चुद भी जाता है।
आप माय एस फक कहानी को ध्यान से पढ़ें और कुछ गलती हो तो मुझे जरूर बताएं।
यह बात कुछ महीने पहले की ही है।
मैं अपने गांव से शहर अपने भाई के पास गया था।
मेरा भाई जॉब कर रहा था तो मैं उसके ऑफिस जाने के बाद रूम पर पड़े रहकर बोर होने लगा था।
कुछ समय तो अन्तर्वासना पर सेक्स कहानियां पढ़कर निकल जाता था, कुछ समय मैं मुठ मारकर निकाल देता था।
ऐसे ही कहानियां पढ़ते हुए मैंने गे सेक्स कहानियां भी पढ़ीं कि कैसे एक लड़का दूसरे लड़के से गांड भी मरवा सकता है, या मरवाता है।
मगर ये सब मुझे झूठ सा लग रहा था।
लेकिन पूरी कहानी पढ़ते पढ़ते मेरा लंड फूलकर दर्द करने लगा था; एक अजीब सी वासना जाग गई थी।
मेरी गांड में मुझे कुछ कुलबुली सी महसूस होने लगी थी जो पहले कभी नहीं हुई थी।
फिर मैंने अपनी एक उंगली को गांड के छेद पर रखकर सहलाना शुरू कर दिया।
मुझे गुदगुदी सी हुई और फिर मजा आने लगा।
एक हाथ से लंड को व दूसरे हाथ से गांड को छेड़ने में बहुत मजा आने लगा मुझे!
ऐसा करते-करते मैंने गांड में अपनी उंगली देने का प्रयास किया तो उंगली गांड में नहीं जा पा रही थी।
फिर थोड़ा सरसों का तेल उंगली पर लगा कर गांड में दी तो पूरी उंगली गांड में चली गई।
मुझे अच्छा भी लग रहा था और अजीब भी लग रहा था।
ऐसे करते-करते मैं अपनी दूसरी उंगली भी अपनी गांड में देने लगा तो मुझे थोड़ा दर्द होने लगा लेकिन मैंने अपनी पूरी उंगली को अंदर डाल दिया।
उसके बाद 2-3 दिनों तक यही चलता रहा।
अब मुझे भी गांड में लंड लेने का मन होने लगा लेकिन सवाल ये था कि लूं तो किसका लंड लूं!
और किसी को मैं जानता भी नहीं था।
ये सोचते सोचते 2 दिन बीत गए।
फिर मैंने प्ले स्टोर से गे डेटिंग ऐप डाउनलोड किया और अपना प्रोफाइल बना लिया और लंड की खोज में लग गया।
चैटिंग करते करते एक लड़के से बात होने लगी।
वो 1 किलोमीटर की दूरी पर रहता था। उसने भी कभी गे सेक्स नहीं किया था।
हम दोनों ने अपने बारे में एक दूसरे को बताया और हमने शाम को मिलने का प्लान बना लिया।
मैं शाम को उससे मिलने खुले स्थान में गया क्योंकि उसके पास रूम शहर में था।
उसे मैं भी अपने रूम पर बुला नहीं सकता था, मैं नहीं बताना चाहता था कि मैं कहां रहता हूं।
दोनों ने अंधेरे में सब कुछ करने का प्लान किया था।
हम दोनों मिले तो पता लगा कि वह 23 साल के लगभग था।
मैं बहुत खुश था कि आज एक जवान लंड से अपनी गांड की सील तुड़वाऊंगा।
मिलने वाली जगह सही थी लेकिन वहां कुछ कर नहीं सकते थे क्योंकि वहां पर जगह ज्यादा नहीं थी।
मैंने पहले उसे गले लगाया, फिर आगे के बारे में पूछा कि यहां कैसे करेंगे! यहां तो बहुत कम जगह है।
तो उसने बोला- आज सिर्फ लंड को मुंह में लेकर चूस लो, बहुत मन कर रहा है।
मैंने मना कर दिया क्योंकि मेरा पहली बार था।
आज तक किसी का लंड छुआ तक नहीं था और वो मुंह में लेने की बात कर रहा था।
वह बोला- यहाँ कर सकते हैं तो ऐसे ही कर सकते हैं।
उसके द्वारा बहुत मनाने के बाद मैंने उसकी पैंट की चेन खोली।
मैंने देखा कि उसका लंड खड़ा था पूरा!
उसका लाल सुपारा देखकर मेरा लंड भी खड़ा हो गया। उसका लंड भी सामान्य लम्बाई का ही था, लगभग 5 इंच का रहा होगा। लंड ज्यादा मोटा भी नहीं था।
मैंने थोड़े बेमन से उसके लंड को मुंह में लिया।
मुझे अजीब सा लगा और मुंह में लेकर मैं उसे आगे पीछे करने लगा।
थोड़ी देर में मुझे अच्छा लगने लग गया और मन कर रहा था कि बस लंड को मैं ऐसे ही चूसे जाऊं।
अब पता चला था कि लड़कियां लंड को क्यों चूसती हैं।
मुझे बहुत मज़ा आने लगा।
लंड का स्वाद थोड़ा खारा और नमकीन होता है आज पता चला था।
वो मेरा सिर पकड़ कर जड़ तक अपना लंड गले तक फंसा रहा था।
फिर लगभग 10 मिनट तक उसने चुसवाया और उसका पानी निकलने को हो गया।
उसने बताया तो मैंने मुंह से लंड को निकाल लिया।
उसने पानी नीचे जमीन पर गिरा दिया और बोला- लंड को मुंह से निकाला क्यों? इसका पानी बहुत टेस्टी होता है।
मुझे उसकी बात थोड़ी अजीब लगी।
फिर मैं वहां जाने के लिए कहने लगा तो वो बोला कि उसको भी मेरा लंड देखना है।
तो मैंने उसे अपना लंड लोवर नीचे करके दिखाया तो वह देखता ही रह गया।
उसने कहा- आपका लंड तो बहुत मोटा और लंबा है।
उसने अपने हाथ से मेरा लंड पकड़ा और मुंह में ले लिया।
दोस्तो, मुझे लंड पर गर्म गर्म लगा और बहुत गुदगुदी होने लगी।
वह लंड को मुंह में लेकर अपनी जीभ से चाटता तो मैं लंड पीछे खींच लेता।
वो लंड को काफी अच्छे से चूस रहा था।
लगभग 10-12 मिनट में जब मेरा पानी निकलने को हुआ तो मैं जोर जोर से लंड को आगे पीछे करवाने लगा और उसके मुंह में ही अपना वीर्य निकलवा दिया।
वह पूरा पानी पी गया।
उसके बाद वह उठा और थैंक्स करते हुए कहा कि मेरे लंड का पानी उसको बहुत अच्छा लगा।
वह वहां से चला गया लेकिन मेरा अरमान अभी भी अधूरा था।
उसके बाद मैं भी अपने रूम पर आ गया।
मेरी गांड लंड के लिए अभी भी तड़प रही थी।
ऐसे ही 2 दिन बीत गए।
2 दिन बाद मैं शाम को घूमने बाहर निकल गया।
मैं एक दोस्त से फोन पर बातें करते हुए रोड पर जा रहा था कि अचानक एक लड़का मेरा मोबाइल छीनकर भाग गया।
मैं भी उसके पीछे भागा तो वो एक नई बन रही बिल्डिंग में घुस गया।
जब मैं पीछा करते हुए गया तो वहां 2 लड़के और थे और वो मेरे को देख कर हंसने लग गए।
जब मैंने फोन के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि मिल जायेगा लेकिन पहले हमारे पास आ चिकने!
मैं उनके पास गया तो वो बोले- एक काम करना पड़ेगा हमारा!
तो मैं रूआंसा होकर बोला- क्या काम करना है?
फिर जो फोन लेकर गया था वो भी पीछे आ गया और मेरी गांड पर हाथ रख दिया।
मेरे हाथ-पैर कांपने लगे और झट से उसने मेरा पायजामा नीचे खींच दिया।
पायजामा मैंने ऊपर खींचने की कोशिश की लेकिन वो लोग बोले- निकाल दे इसे, वरना फोन नहीं मिलेगा।
मैंने पायजामा निकाल दिया।
फिर उनमें से 2 लोगों ने अपनी पैंट उतार दी और अंडरवियर के ऊपर से ही अपने लंड को सहलाने लगे।
अभी मैं गर्दन नीचे किए हुए खड़ा था।
वो मेरे पास आए और अपने अंडरवियर में से अपने लंड निकाल कर मेरे हाथों में थमा दिए और मुझे लंड चूसने के लिए बोले।
मैं कुछ कर नहीं सकता था तो मैं बारी बारी से उनका लंड मुंह में लेने लगा।
फिर तीसरे वाले ने भी अपने कपड़े उतार दिए और मुझे घोड़ी बनने को कहा।
मुझे डर लग रहा था कि पता नहीं ये लोग आगे क्या करने वाले हैं।
फिर मैंने देखा कि तीसरे वाले का लंड बहुत मोटा था।
उसके बाद एक लड़का मेरे पीछे चला गया और मेरी गांड में उंगली देने लगा।
मैं उचक गया।
वो लड़का बोला- यार … इसकी गांड तो बहुत टाइट है, लगता है सीलपैक गांड है।
फिर वो बाकी भी हंसते हुए बोल पड़े- कोई बात नहीं, आज इसकी सील खोल देते हैं।
मुझे डर लग रहा था कि पता नहीं आज क्या होने वाला है।
उसके बाद पीछे वाले ने थोड़ा तेल लेकर मेरी गांड पर लगा दिया और कुछ तेल अपने लंड पर लगा लिया।
फिर वो लंड को मेरी गांड पर रगड़ने लगा।
इसके बाद एक लड़का आगे आया और उसने लंड मेरे मुंह में डाल दिया।
उसका लंड मैं बड़ी मुश्किल से मुंह में ले पा रहा था।
पीछे से मुझे महसूस हुआ कि एक ने मेरी गांड में लंड लगा दिया और अंदर धकेलने लगा।
उसका सुपारा भी अभी मेरी गांड में नहीं गया था और मुझे दर्द होने लगा।
इससे पहले कि मैं और कुछ समझ पाता उसने एक जोर का धक्का लगाया और लंड मेरी गांड में घुसा दिया।
मुझे इतना तेज दर्द हुआ कि बर्दाश्त करने के बाहर था।
लेकिन मेरी चीख भी मुंह में ही दब गई क्योंकि मेरे मुंह में लंड फंसा हुआ था।
मैंने उनसे छूटने की कोशिश की लेकिन उनकी पकड़ के आगे मैं कुछ कर नहीं पा रहा था।
हाथ से इशारा कर मैंने उससे रुकने का कहा तो वो रुक गया।
मुझे थोड़ी राहत मिली।
लेकिन उससे ज्यादा देर रुका नहीं गया और उसने फिर से लंड को हिलाना शुरू कर दिया।
इधर तीसरे वाले ने मेरे हाथ में लंड थमा दिया था, और अब मेरे पास सब जगह लंड ही लंड थे और अब तक मेरा दर्द कुछ कम हो गया था।
पीछे वाला अब धीरे धीरे लंड को आगे-पीछे कर रहा था।
कुछ देर में मुझे भी अच्छा लगने लगा और मैं भी चुदवाने में मजा लेने लगा।
पांच मिनट तक चोदने के बाद उसने स्पीड बढ़ा दी और वो तेजी से मेरी गांड की चुदाई करने लगा।
फिर 10-15 धक्के देने के बाद मेरी गांड में ही उसने अपना माल छोड़ दिया।
मुझे भी थोड़ी शांति मिली।
उसके हटने के बाद दूसरे वाला मेरे पीछे आ गया और उसने अपना लंड मेरी गांड में घुसा दिया।
चूंकि पहली गांड चुदाई के बाद मेरा छेद अब थोड़ा खुल गया था तो दूसरा लंड लेने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई।
वैसे भी, पहले वाले का वीर्य मेरी गांड में था जिससे गांड अंदर से और ज्यादा चिकनी हो गई थी।
अब फिर से मेरी गांड चुदाई शुरू हो गई।
आगे से मुंह में लंड के धक्के लग रहे थे और पीछे से गांड में धक्के लग रहे थे।
15-20 मिनट तक चोदने के बाद दूसरे वाले ने भी अपना पानी मेरी गांड में निकाल दिया।
मुझे अब बहुत थकान हो गई थी; मेरे पैर भी जवाब दे चुके थे।
उसके बाद आगे वाले ने मेरे मुंह में लंड की स्पीड बढ़ा दी।
उसने भी अपना वीर्य मेरे मुंह में पिला दिया।
दोस्तो, वो पहली बार था जब मैंने वीर्य का स्वाद चखा था।
मैं पूरा पानी पी गया।
लेकिन मेरा मुंह और गांड अब दोनों ही दर्द कर रहे थे।
फिर उन लोगों ने जल्दी से अपने कपड़े पहने और मेरा मोबाइल देकर चले गए।
मैंने भी अपने कपड़े पहने।
इस बीच मैंने देखा कि मेरी गांड से थोड़ा खून और कुछ चिपचिपा पदार्थ मिक्स होकर बाहर निकल रहे थे।
मैंने अंडरवियर से उसको पौंछा और पायजामा पहन लिया।
मैं रूम की ओर जाने लगा।
मुझे बहुत दर्द हो रहा था।
चलने में बड़ी परेशानी हो रही थी।
फिर जैसे तैसे करके मैं रूम पर आया और आराम करने लगा।
उसके बाद जब मैं सोकर उठा तो मैंने अपनी गांड का छेद शीशे में देखा।
मेरी गांड का छेद अब खुला हुआ सा लग रहा था, उसमें सूजन भी थी।
तब मैंने दर्द की गोली खाई और फिर आराम आ गया।
उसके बाद मुझे चुदाई में मजा आने लगा और एस फक की आदत हो गई।
लेकिन काफी समय से मैंने अब लंड नहीं लिया है, मैं उंगली देकर ही गांड को शांत रख रहा हूं।
चूंकि मेरे गांव में सब जानकार हैं तो मैं यहां किसी का लंड नहीं ले पाता हूं।
इस तरह से मैंने पहली बार गांड मरवाई थी।
माय एस फक कहानी आपको कैसी लगी मुझे जरूर बताना। मुझे आप सब लोगों की प्रतिक्रियाओं का इंतजार रहेगा।
मुझे कहानी के नीचे कमेंट बॉक्स में अपना प्यार जरूर दें।
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