मैं अपनी पढ़ाई ख़तम कर चुका था और अपनी बहन और मा के पास जा रहा था. मैने फोटोग्रफी का कोर्स पूरा कर लिया था. मैं अपनी मा नंदिनी का 19 साल का बेटा हूँ और मेरी मा 41 साल की है. मेरी बहन कविता 21 साल की है और उसने अभी शादी नहीं की है. मेरे पिताजी की मौत हो चुकी है और उनके lic के पैसे से हमारा गुज़ारा हो रहा है. पढ़ाई के दौरान मेरा संपर्क एक आदमी से हुआ था जो कि ब्लू फिल्म्स का बिज़नस करता है और मुझ से अच्छे भाव में अच्छी ब्लू फिल्म्स खरीदने के लिए तैयार था. उसने मुझे बोला था कि ग्रूप सेक्स की फिल्म्स बहुत बिकती हैं. लेकिन मेरी प्राब्लम ये थी कि ब्लू फिल्म्स के लिए सेक्सी आक्ट्रेस कहाँ से लूँ.” साले पप्पू, मौसी या अपनी बहन कविता की किसी सहेली को राज़ी कर लेना और अगर लड़का ना मिले तो मुझे रोल दे देना. तू ही कहता था कि तेरी बहन बहुत सेक्सी है. उसकी सहेली भी कम नहीं होगी. तेरी फिल्म बन जाएगी और मुझे तेरी बहन की सेक्सी सहेली चोदने को मिल जाएगी. क्यों क्या ख्याल है?” मेरा मौसेरा भाई रजत मुझसे बोला था और मैं हंस कर रह गया था, लेकिन मैने उसके आइडिया को याद रखा था.
अब मैं आप लोगों को अपनी बहन और मा के बारे बता देता हूँ. मेरी मा नंदिनी 5 फीट 5 इंच की है और उसका वज़न 52 किलो है. रंग गोरा, कूल्हे भारी, पेट स्लिम, चुचि उभरी हुई. मा के बाल काले और लंबे हैं और वो जूडा करती है. नंदिनी अधिकतर चूड़ीदार पाजामा और कमीज़ पहनती है. उसकी कमीज़ काफ़ी टाइट होती है जिसस कारण उसके चूतर का उभार नज़र पड़ता है. मैं कई बार सोचता हूँ कि पिताजी के बाद नंदिनी को लंड की कमी सताती होगी और वो ना जाने कैसे अपनी चूत को ठंडा करती होगी. लेकिन मैने इसके बारे मे अधिक ध्यान नहीं दिया क्यों कि नंदिनी मेरी मा थी. लेकिन अब जब मैं ब्लू फिल्म का बिज़नस करने वाला हूँ तो मुझे अपनी मा भी एक ब्लू फिल्म की आक्ट्रेस ही नज़र आने लगी है. कविता 5 फीट 6 इंच की सेक्सी लड़की है और छोटी स्कर्ट्स और टाइट टॉप्स पहनती है और या फिर बहुत टाइट जीन्स पहनती है.
मेरी बहन की गांद नंदिनी से थोड़ी कम भारी है और चुचि कुछ छोटी, लेकिन बहुत मस्त है. कविता की चुचि कोई 34सी साइज़ की होगी. होस्टल में कई बारी मुझे अपनी बहन की याद आ जाती तो मेरा लंड कड़ा हो जाता और मैं मूठ मार लिया करता था. मैं अपने मन में ब्लू फिल्म के बिज़नस की प्लान बना कर सपने देखता हुआ घर जा रहा था. मेरे बैग में मेक अप का समान, अलग अलग किस्म की विग्स, कुछ प्लास्टिक के लंड (डिल्डोस) भरे हुए थे. मैं लड़कियो को अलग शकल में अपनी ब्लू फिल्म में शामिल कर सकता था. जब मैं घर पहुँचा तो दरवाज़ा नंदिनी ने खोला. वो मुझे गले से लगाती हुई मुझ से लिपट गयी और प्यार से मुझे चूमने लगी,” पप्पू बेटा तुझे देखने को तो मेरी आँखें तरस गयी. अब अपनी मा को छोड़ कर कहीं मत जाना, मेरे लाल!!”
नंदिनी उस वक्त पाजामे के ऊपर एक टाइट टीशर्ट पहने हुई थी और उसने नीचे से ब्रा नहीं पहना हुआ था. मेरी प्यारी मा की मांसल चुचि मेरे सीने में धँस रही थी जिस कारण मेरा लंड पॅंट में तंबू बनाने लगा था. मैं जान बुझ कर अपने हाथ नंदिनी के चूतर पर फिराने लगा. मा को शायद मेरे लंड का उभार अपने पेट पर महसूस हुआ. इसी लिए वो मुझ से अलग होती हुई बोली,” बेटा, तू तो पूरा मर्द बन गया है. कितना बड़ा हो गया है तेर…तू!” मैं भी झेंप कर अपनी मा से अलग हो गया. “तू अपना समान अपने रूम में रख कर आ जा मेरे रूम में. तेरी संगीता मौसी भी आई हुई है. हम वहीं पर चाइ पीएँगे .” संगीता मौसी मा से 2 साल छोटी थी. रजत संगीता का ही बेटा था. मैने समान रखा और नंदिनी के रूम में चला गया. संगीता का पति बेचू एक शराबी आदमी है लेकिन संगीता मौसी एक पटाखा औरत है.
चिटी, मांसल जिस्म की मालिका, काले घने बॉल, मस्त भारी भारी चुचि, नशीली आँखें, बहुत मतक्दार चूतर. मैने सुना था कि सेक्स की भूखी औरत है संगीता आंटी. संगीता आंटी मुझे प्यार से गले लगा कर मिली.”आंटी आप तो पहले से भी अधिक सेक्सी लग रही हो. क्या बात है? लगता है अंकल बहुत ख्याल रखते हैं आपका” मैने जान बुझ कर आंटी की चुचि पर हाथ फेरते हुए कहा.” तेरे अंकल अगर कुछ करने लायक होते तो बात ही क्या थी, बेटा. वो तो बस शराब पी कर काम खराब करने वाले हैं. अब तो मेरे घर का गुज़ारा ही बहुत मुश्किल से होता है. पैसे की बहुत तंगी है. अगर कोई काम मिले तो मुझे दिला दो. सच बेटा कुछ भी करने को तैयार हूँ” मैने एक बार फिर आंटी की मस्त चुचि को स्पर्श करते हुए कहा”आंटी, मेरी फिल्म में काम करोगी? लेकिन मेरी फिल्म कुछ अडल्ट टाइप की होगी. अगर आप जैसी कोई और भी सेक्सी औरत हो तो और भी अच्छा होगा. पैसे बहुत मिलेंगे. सच कहूँ तो मेरी फिल्म असल में ब्लू फिल्म होगी. अगर मंज़ूर है तो बता देना”
आंटी मुस्कुरा कर बोली,’ पप्पू बेटा, मेरी बदनामी होगी अगर किसी को पता चला की मैं ऐसी फिल्म में काम करती हूँ. और इस के इलावा, कौन सा मर्द काम करेगा इस फिल्म में, अगर मैं राज़ी हो भी गयी तो?” मैने अब आंटी की चुचि को कस कर मसल दिया और बोला” आंटी तुम चिंता मत करो. कोई आपको पहचान ना सकेगा. मैं आपकी शकल बदल दूँगा और वैसे भी ये फिल्म इंडिया में नहीं बिकेगी. हाँ इस फिल्म में मैं और शायद एक और लड़का काम करेगा. मुझे और भी लड़कियाँ चाहिए इस काम के लिए” आंटी खुश हो गयी. तभी मा कमरे में दाखिल हुई. “क्या चल रहा है तुम दोनो के बीच, बेटा? तुम ने तो संगीता को खुश कर दिया इतनी जल्दी. बहुत उदास थी बेचारी. एक पैसे की कमी और दूसरा पति शराबी. बिना पति के ज़िंदगी कैसी होती है तुम क्या जानो, पप्पू बेटा! रजत को भी तो जॉब नहीं मिल रही.”आंटी ने नंदिनी को आँख मारते हुए कहा” नंदिनी, मेरी जान, तेरा बेटा तो मेरे लिए वरदान बन कर आया है. इसने मुझे अपनी फिल्म में रोल दे दिया है और जिस तरह की फिल्म है उसमे मज़े के मज़े और पैसे के पैसे. नंदिनी तेरा बेटा तो ब्लू फिल्म बना रहा है जिस में खुद भी काम करेगा.
मज़े की बात तो ये है की इस की बिक्री इंडिया में नहीं होने वाली. मैं तो कहती हूँ कि नंदिनी भी इस फिल्म में काम करे. पप्पू बेटा घर का पैसा घर में रहेगा और तेरी मा की चूत भी शांत हो जाएगी. कब तक हम एक दूसरे की चूत को उंगली से शांत करती रहेंगी? मैं और नंदिनी दोनो लंड की प्यासी औरतें हैं, बेटा. तुम अगर चाहो तो आज ही फिल्म शुरू कर देना, क्यों नंदिनी?” संगीता मौसी की बात सुन कर मेरा लंड खड़ा हो गया. मा के सामने ऐसी बात कर रही थी कि नंदिनी शरम से पानी पानी हो रही थी. संगीता ने उठ कर मेरी पॅंट की ज़िप खोल डाली और मेरा लंड बाहर निकाल लिया. “नंदिनी देख तेरा बेटा कितना जवान हो गया है, बाप रे बाप इसका हथियार कम से कम 9 इंच का है. ज़रा स्पर्श कर के तो देख, नंदिनी!” मा गुस्से में बोली,” संगीता! कुछ शरम करो! पप्पू मेरा बेटा है बेशरम!”
लेकिन मैने देखा कि मा की नज़र मेरे लंड पर टिकी हुई थी. मा का दुपट्टा सरक गया और उसकी सुडोल चुचि नज़र आने लगी. मैने मा की आँखों में देखा तो मुझे वासना की झलक सॉफ दिखाई पड़ी. तो मतलब सॉफ था. आज ही मा और मौसी को ले कर पहली ब्लू फिल्म बना डालूँगा! मैने संगीता को किस कर लिया और वो मुझ से लिपटने लगी. वासना में जलती हुई मेरी मा अब हमारे पास आ बैठी और संगीता से बोली,” लेकिन ये ठीक नहीं है, संगीता. पप्पू बेटा क्या ये सच है कि हमको कोई पहचान नहीं सकेगा?” मैने मा को अपनी गोद में खींच लिया और उसकी चुचि को भीच कर बोला,” सच बोलता हूँ, किसी को पता ना चलेगा. तुम मेरा यकीन करो. मेरे पास मेक अप का समान है जिस से मैं तुम लोगों की शकल बदल दूँगा और आपको तो कविता भी पहचान ना पाएगी” नंदिनी मेरी बात सुन कर मस्त हो गयी और संगीता मेरे लंड को सहलाने लगी. लेकिन मैं बिना कुछ किए झरना नहीं चाहता था. मा, तुम दोनो मेरे कमरे में आओ और मैं आपका मेक अप कर देता हूँ और रजत को फोन भी कर लेता हूँ. वो भी मेरे साथ ब्लू फिल्म में काम करेगा” मैने कहा. पहले तो संगीता ने ना नुकर की लेकिन फिर और दोनो औरतें तैयार हो गयी. अपने कमरे में जा कर मैने कहा,” मौसी अब जल्दी से कपड़े उतार दो और मुझे अपने नंगे हुस्न के दीदार करवा दो.” दोनो धीरे धीरे निर्वस्तर होने लगी. मेरी मा का मांसल जिस्म नंगा हो कर मेरी नज़रों के सामने आ गया. जब मा ने अपनी पॅंटी उतारी तो उसकी फूली हुई चूत पर छोटे छोटे बाल थे. चूत के होंठ उभरे हुए थे. ब्रा हटने पर मा की मस्त चुचि उच्छल कर बाहर आई तो मेरा लंड भी उच्छल पड़ा. नंदिनी, मैं अभी कैमरा सेट करता हूँ. तब तक तुम दोनो आराम से नंगी हो जाओ. मेरे बैग में कुछ कपड़े हैं, आप को जो पसंद हो पहन लेना. याद रहे फिल्म शूट करने से पहले मैं आपको विग्स पहनाउँगा और कुछ मेक अप करूँगा. मैं अभी आया” कहते हुए मैं अपने रूम में गया और ड्रेसस वाला बैग मा और आंटी को दे दिया. दोनो मदरज़ाट नंगी औरतें बहुत सेक्सी लग रही थी. मेरा दिल कर रहा था की अभी चोद डालूं दोनो को, लेकिन फिल्म बनाना बहुत ज़रूरी था. फिर मैने रजत को फोन किया और बोला” रजत, मेरे यार दो मस्त रंडियाँ मिल गयी है और फिल्म की शूटिंग शुरू करने वाला हूँ. तुम एक घंटे में यहाँ पहुँच जाना और आज ही अपनी फिल्म का उद्घाटन करना है हमको.” रजत बोला” वाह मेरे यार, मैं आ रहा हूँ” मैने बैग से एक बॉटल विस्की की निकाली और फ्रिड्ज से आइस ओर सोडा लेकर मा के रूम में गया. मैने तीन ग्लास भरे और दोनो को एक एक ग्लास पकड़ा दिया,” नंदिनी, तुम दो दो ग्लास पी लो फिर किसी किस्म की मुश्किल ना होगी. कोई मानसिक झेंप है तो हट जाएगी. रजत आ रहा है. रजत को फिल्म में लेने से कोई पैसा बाहर ना जाएगा. कैमरा घर के हर कॉर्नर में फिट कर के आता हूँ. तुम शराब का मज़ा लो” मैने एक कैमरा घर के गेट के अंदर लगा लिया ता कि घर में आता हुआ हर कोई नज़र आए और अगर उसको फिल्म में लेना हो तो ले सकें. दूसरा कैमरा वरॅंडा में, तीसरा बेडरूम में जिस में दो डबल बेड्स लगे हुए हैं, चौथा, मा के रूम में और पाँचवाँ ड्रॉयिंग रूम में लगा दिया और रेकॉर्डरर्स ऑन कर दिए. मैं खुद मा के रूम में चला गया. आंटी की चूत तो शेव की हुई थी और चमक रही थी लेकिन नंदिनी की चूत पर कुछ बाल थे. “मौसी, आप नंदिनी की चूत को शेव करना. मा आप टाँगें फैला कर रखो और आंटी आपकी चूत को मसलना शुरू कर देंगी जिस से आपकी चूत में उतेज्ना बढ़ेगी. फिल्म में मैं आप दोनो को छुप के देखूँगा और आप मुझे पकड़ लेंगी और मुझे चुदाई के लिए निमत्रित करेंगी, लेकिन आप ये विग पहन लें” मैने नंदिनी को एक छोटे बालों वाली विग पहना दी और आंटी को एक कर्लि बालों वाली विग पहना दी. खुद मैं ड्रॉयिंग रूम में चला गया. अपने ग्लास से चुस्की लेता हुआ शराब पी रहा था और सोच रहा था कि दोनो रंडिया क्या कर रही होंगी. तभी मुझे नंदिनी की सिसकारी सुनाई पड़ी” ह…..बस करो संगीता…उफफफफफ्फ़…..ओह्ह…. धीरे करो उईईए”,ग्लास नीचे रख कर मैं उनके रूम की तरफ बढ़ा. देखा की आंटी मा की चूत पर झाग लगा रही हैं और मा मस्ती में सिसकारी ले रही है. मा के चेहरे के भाव और सिसकारी इस तरह से कामुकता से भरी हुई थी कि किसी भी ब्लू फिल्म की हेरोयिन को मात दे रही थी. ये रिज़ल्ट शायद इस लिए सवभाविक था क्यों के मा बहुत चुदासी हालत में थी. अपनी मा और संगीता आंटी को इस कामुक अवस्था में देख कर मैने ज़िप खोल कर लंड बाहर निकाल लिया और हिलाने लगा. मेरी आँखों में वासना की चमक आ गयी थी. उधर मौसी ने रेज़र से मा की चूत को शेव करना शुरू कर दिया. कैमरा सब कुछ क़ैद कर कर रहा था. तभी नंदिनी की नज़र मेरे ऊपर गयी और वो चौंक पड़ी. फिल्म में भी मैं उसका बेटा ही बना हुआ था.” हे भगवान….न….बेटा तुम..ये क्या कर रहे हो….संगीता…देखो पप्पू क्या कर रहा है….इसका कितना बड़ा है…” संगीता ने मेरी तरफ देखा तो बोली,” नंदिनी, कोई बात नहीं…जो हम दोनो को चाहिए तेरे बेटे के पास है….पप्पू बेटा अपनी मौसी और मा को चोदना चाहोगे? हम दोनो लंड की भूखी हैं! आओ बेटा हम को अपने लंड से चोद कर ठंडी कर दो!” मैं कमरे में दाखिल हुआ. मेरी नज़र अपनी मा की फैली हुई टाँगों के बीच उसस्की ताज़ी शेव की हुई चूत पर टिकी हुई थी. मा की आँखें वासना से बंद हो चुकी थी. मैं दोनो औरतों के पास गया तो संगीता ने मेरा लंड पकड़ लिया. आंटी के मुलायम हाथ के स्पर्श से मेरे जिस्म में करेंट सा लगा. नंदिनी ये सब देख कर प्यासी नज़र से अपने बेटे को देख रही थी. मैने नंदिनी की चुचि को भींच लिया और बोला” मा तुम भी अपने बेटे का लंड पकड़ना चाहती हो?” मा ने वासना में अपना सिर हिला दिया.” मा अपने बेटे के लंड से चुदवाना चाहती हो?” उसने फिर से हाँ में सिर हिला दिया. संगीता ने मेरा सूपड़ा चाटना शुरू कर दिया था. मैने मा का सिर पकड़ कर अपनी तरफ खींच लिया और उसके होंठ अपने लंड से चिपका दिए,” तो फिर चूस लो इसको, नंदिनी और बना डालो अपने बेटे को मदर्चोद!!” मौसी और मा दोनो बारी बारी मेरा लंड चूसने लगी. एक लंड चुस्ती तो दूसरी मेरे अंडकोष चट लेती. मेरा लंड उनके थूक से भीग चुका था. “बेटा, अब देर मत करो. चोद डालो हम दोनो को. ऐसा लंड हमने पहले नहीं देखा, कितना मोटा है!” संगीता बोल रही थी. मैं दोनो से अलग होता हुआ बोला,” तो चलो बेडरूम में. मेरा लंड भी आप जैसी औरतों को चोदने के लिए तड़प रहा है..हम तीनो बेडरूम में चले गये और मैं मा और आंटी को चूमने लगा. फिर नंदिनी के ऊपर चढ़ कर उसकी चुचि चूसने लगा और मौसी मेरा लंड चूसने लगी. मैं ऐसे आंगल से दोनो औरतों को पेश कर रहा था कि उनके नंगे जिस्म मेरी फिल्म को उतेज्ना पूर्ण बना दें. मा का हाथ अब अपनी चूत पर रेंग रहा था. अचानक मा ने मेरा लंड संगीता आंटी के मुख से खींच लिया और बोली,” चोद मुझे अब, बेटा. इस चूत की आग बुझा दे. मेरी चूत ठंडी कर के अपनी आंटी को भी शांत कर देना” मैं भी गरम हो चुका था. मैं आंटी से बोला,” आंटी, आप मा की चूत को चाटना शुरू करो. मैं अभी आ कर इसको चोद्ता हूँ” मैं ये कह कर बाहर निकला. डोर पर रजत खड़ा था. मुझे देख कर मुस्कुरा पड़ा मेरा भाई. मुस्कुराता भी क्यों ना, मैं उसको उसकी सग़ी मा और मौसी चोदने का मौका देने वाला था.’ रजत मदेर्चोद इतनी देर लगा दी क्या बात है. अब अंदर चल जल्दी से और चुदाई शुरू कर मैं अभी आता हूँ. और बता दूं किसी से शरमाना नहीं. वो तैयार हैं सब कुछ करने के लिए. तुम जी भर के मज़े लेना” मैं अपने रूम में जा कर देखने लगा कि फिल्म ठीक से बन रही है या नहीं. मैने कैमरा में देखा तो बहुत मज़ा आया. मा संगीता की टाँगों को फैला कर उसकी चूत चाट रही थी. उनकी सिसकारीओं से लगता था कि कोई बहुत बढ़िया विदेशी ब्लू फिल्म चल रही हो. उनको देख कर मेरा लंड बेकाबू हो गया और मैं उसको ऊपर नीचे करने लगा. तभी रजत पलंग के नज़दीक जा खड़ा हुआ और वो पहले तो चौंक पड़ा जब उसने अपनी मा को नंगा देखा लेकिन फिर नंदिनी की चुचि पर हाथ फेरने लगा. जब मैं वापिस आया तो संगीता से लिपट गया और उसको चूमने लगा. नंदिनी और रजत चुंबन ले रहे थे.” मा रजत को भी नंगा कर दो ना. बहुत चाहता है तुझे ये साला. मौसी तुम भी चुदाई के लिए तैयार हो जयो. आज नंदिनी और संगीता दोनो साथ साथ चुदेन्गि. आंटी मैं तुझे घोड़ी बनाना चाहता हूँ” संगीता मेरी बात सुन कर घोड़ी बन गयी. जब उसने अपने चूतर ऊपर उठाए तो उसस्की गांद का ब्राउन छेद मुझे दिखाई पड़ा. वासना के नशे में मैने उसकी गांद को चूम लिया और आंटी सिसकारी भर उठी”बस बेटा बस, और मत तड़पाओ |
अपनी चुदासि आंटी को चोद भी लो. मैने उसके चूतर पर हाथ फेरा और पीच्छे से अपना लंड आंटी की चूत पर टीका दिया. मैने अपनी कमर को आगे बढ़ा कर धक्का मार दिया. आंटी के मुख से हल्की चीख निकल गयी जब मेरा लंड दनदनाता हुआ उनकी चूत में चला गया. नंदिनी रजत का लंड चूस रही थी. लेकिन मेरी चुदाई देख कर बोली.” रजत, साले अपने भाई से कुछ सीख. देख कैसे चोद रहा है अपनी मौसी को? अब तू भी चोद डाल मुझे. शाबाश मेरे यार!” मेरे बिल्कुल बराबर नंदिनी भी घोड़ी बन गयी और रजत उसको चोदने लगा. वक्त के साथ चुदाई की रफ़्तार तेज़ होती गयी. मेरी मा किसी थॅकी हुई कुतिया की तरह हाँफ रही थी. रजत पूरे ज़ोर से मेरी मा को चोद रहा था और मैं अपनी आंटी की चूत में लंड पेल रहा था. मेरे अंडकोष आंटी की गांद से टकरा रहे थे. कमरे में चुदाई का संगीत गूँज रहा था. रजत ने मा की बगल में हाथ डाल कर उसकी चुचि पकड़ी हुई थी और उसको ज़ोर से भींच रहा था.”ऊऊ बेटा चोद मुझे ज़ोर से चोद मदेर्चोद तेरा लंड मेरी चूत की गहराई तक घुस चुका है आआहह मेरी बच्चेदानि से टकरा रहा है बहुत सुख दे रहा है तेरा लंड बेटा..शाबाश चोद मुझे! नंदिनी बोल रही थी. अपनी मा और मौसेरा भाई को देख कर मेरा जोश भी दुगना हो गया और मैं आंटी को बे-रहमी से चोदने लगा. संगीता की साँस भी तेज़ी से चलने लगी और मैं उसकी पीठ पर किस करने लगा” आअहह बेटा ज़ोर से चूम ले अपनी आंटी को चोद ले हरामी डाल दे सारा लंड मेरी चूत में है मार दिया मुझे बेटा ज़ोर से मार…आआआहह शाबाश पप्पू!” मैं आंटी की गांद को थाम कर ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा. मेरी बगल में नंदिनी को मेरा यार चोद चोद कर निहाल कर रहा था. हम चारों पसीना पसीना हो रहे थे और मुझे मालूम था कि फिल्म बहुत अच्छी बन रही है. लंड दोनो की चूत में “फ़चक, फ़चक” की आवाज़ करते हुए चुदाई कर रहे थे. रजत अब नंदिनी के चूतर पर चपत मारने लगा. वो जैसे जैसे गरम होता गया, मेरी मा की गांद को और ज़ोर से पीटने लगा.नंदिनी के चूतर लाल हो गये थे.
मैने भी उसको देख कर आंटी की गांद पर हाथ मारना शुरू कर दिया. मुझे लगा कि फिल्म में ऐसा सीन बहुत पसंद किया जाएगा. कोई 10 मिनिट के बाद रजत बोला” पप्पू मेरे यार क्यों ना पार्ट्नर बदल लिए जाएँ. तुम अपनी मा का टेस्ट देख लो और मैं अपनी मा का. मुझे अपनी मा भी बहुत मस्त माल लग रहा है!” मुझे अपने यार का ख्याल अच्छा लगा और मैने मौसी की चूत से लंड बाहर खींच लिया और उसके नंगे जिस्म से अलग हो गया. रजत ने नंदिनी को छोड़ दिया और फिर मैं अपनी मा को किस करने लगा. रजत ने संगीता के मूह में अपना लंड थेल दिया और बोला मा, चूस मेरा लंड तुझे इस पर अपनी बहन की चूत के रस का स्वाद आएगा चख कर देख नंदिनी आंटी की चूत कितनी नमकीन है!” संगीता आंटी उसी वक्त झुक कर अपने बेटे का लंड चूसने लगी. मैं अपनी मा को अपने ऊपर चढ़ा कर चोदना चाहता था. इस पोज़िशन मे मुझे मा की चुचि सॉफ दिखाई पड़ेगी और उसको चूसने का आनंद भी मिल जाएगा. मैने नंदिनी की चूत को मसल कर कहा,’ मा मैं अपना लंड उस चूत में घुसते देखना चाहता हूँ जहाँ से मैं पैदा हुआ था तेरे दूध देखना चाहता हूँ जिनको चूस कर मैं बड़ा हुआ हूं तुझे उस लंड की सवारी करते देखना चाहता हूँ जो तेरी कोख से निकला है नंदिनी मेरी रानी मेरी मा अपने बेटे के लंड पर सवार हो कर स्वर्ग का आनंद दे दो मुझे!” मैं नीचे लेट गया और नंदिनी बिना कुछ बोले मेरा लंड पकड़ कर मेरी कमर पर सवार हो गयी और मेरे सूपदे पर अपनी चूत को रगड़ने लगी. रजत ने संगीता को पलंग के कोने तक खींच लिया और उसकी टाँगों को अपने कंधे पर टीका लिया. संगीता ने वासना के कारण अपनी आँखें बंद की हुई थी और सिसकारी भर रही थी. नंदिनी की आँखों में वासना के लाल डोरे झलक रहे थे जब वो मेरा लंड अपनी चूत में घुसाने की कोशिश कर रही थी. मैने मा की कमर कस के पकड़ ली और अपनी कमर उठा कर लंड मा की चूत में पेल दिया. मेरा लंड मा की चूत में छपॅक से घुस गया और वो सिसकारी भर उठी” मर गयी मेरी मा अफ बेटा तुमने तो मुझे आनंद से ही मार दिया पप्पू अपने बेटे के लंड का मज़ा क्या होता है मुझे तो पता ही ना था. हाई पप्पू, डाल दे पूरा मेरी चूत में शाबाश बेटा चोद अपनी मा को तेरा बिज़नस अच्छा है चुदाई की चुदाई कमाई की कमाई वाह बेटा क्या लंड है मुझे पसंद है. रजत भी, अब मेरा भी यार है मुझे धन्य कर दिया मेरे बेटे अपनी मा की चुचि चूस ले और चूत चोद ले!
मैं भला अपनी मा की आदेश की पालना क्यों ना करता. आदेश भी इतना मज़ेदार था की मैने नंदिनी की मस्त चुचि को थाम लिया और उसके निपल चूसने लगा. मा मेरे लंड पर उच्छलने लगी. “रजत, साले मुझे भी ज़ोर से चोद जैसे पप्पू अपनी मा को चोद रहा है. अगर तेरे अंदर भी मदेर्चोद बनने का शौक है तो अपनी मा को चोद डाल आज जी भर के….आन हाआँ..ज़ोर से कस के पेल माधरचोद…रजत बेटा और ज़ोर से!” रजत की रफ़्तार भी तूफ़ानी हो चुकी थी” ओह्ह मा संगीता मेरी मा आज तक ऐसी चुदाई नहीं की है मैने जब तुम मुझे बेटा कह कर पुकारती हो तो मेरे लंड की शक्ति दोगुनी हो जाती है…आआआअ…मैं अब रुक ना सकूँगा मेरी मा..!” मुझे भी लग रहा था मेरा लंड जल्द ही झरने वाला है. नंदिनी भी अब अपनी गांद तेज़ी से अप्पर नीचे कर रही थी. कमरा चुदाई की सिसकारीओं से गूँज रहा था. लंड रस और चूत रस की महक कमरे में फैल चुकी थी. मैं और रजत तेज़ी से धक्के मार कर दोनो औरतों को चोद रहे थे. मेरे अंडकोष अब मेरा रस मेरे लंड की तरफ उठा रहे थे और एक कामुक चीख मार कर मैं झड़ने लगा,” ऊऊऊऊ हााईयइ….ऊऊऊओ…आआआआः!” नंदिनी का जिस्म एस काँप रहा था जैसे उसको बहुत बुखार हो. वो पागलों की तरह चुदाई के आनंद सागर में डूब रही थी. मेरी मा की चूत से रस की धारा बहने लगी. उधर रजत तबाद तोड़ अपनी मा को चोद रहा था. संगीता की चुचि रजत के हाथ मसल रहे थे और दोनो मस्ती के सागर में गोते लगा रहे थे,” बेटा, मैं झाड़ गयी गयी चोद मुझे मादरचोद है मेरी मा चोद रजत मेरे लाल मेरी चूत पानी छोड़ रही है ऐसी चुदाई तो तेरे नपुंसक बाप ने भी नहीं की कभी बेटा चोद डाल अपनी चुदासी मा को! उसी वक्त मेरे लंड का फॉवरा छ्छूट पड़ा और रजत भी धक्के मरता हुआ खलास होने लगा. धीरे धीरे चुदाई का तूफान शांत होने लगा और हम दोनो अपनी अपनी मा के ऊपर ढेर हो गये. इस तरह हमारी पहली ब्लू फिल्म बन गई आगे की कहानी फिर कभी बताउन्गा समाप्त |