सिस्टर पुसी लिक का नजारा मैंने अपनी नंगी आँखों से देखा. एक शादी में एक अंकल ने मेरी फुफेरी बहन को पटाकर अपने कमरे में बुलाया. मैंने उन्हें ओरल सेक्स करते देखा.
नमस्कार दोस्तो. मैं अमित पटेल आप सभी लोगों का अपनी कहानी के अगले भाग में स्वागत करता हूँ.
कहानी का पहला भाग
मेरी गर्म बहन का टांका भिड़ गया
आप लोगों ने जरूर पढ़ा होगा.
अगर आपने पहला भाग नहीं पढ़ा है तो सबसे पहले जाकर पहला भाग जरूर पढ़ लें, तभी आप कहानी को पूरी तरह से समझ पाएंगे और आपको कहानी का असली मजा मिलेगा.
मैं वादा करता हूँ जो जो बात मैं आज अपनी कहानी में बताऊंगा, उसे पढ़ने के बाद आप लोग अपना लंड हिलाने से रोक नहीं पाएंगे. क्योंकि इस सिस्टर पुसी लिक का नजारा देखे मुझे कई महीने हो गए हैं लेकिन आज भी मैं उस दृश्य को याद करते हुए अपना लंड जरूर हिलाता हूँ.
इस घटना के बाद मेरी सोच ही बदल गई और मैं ये जान गया हूं कि एक लड़की अपनी चुदाई की प्यास बुझाने के लिए कुछ भी नहीं देखती और अपने से दुगने उम्र के आदमी से भी चुद लेती है.
आपने सेक्स कहानी के पहले भाग में सविता के बारे में तो जान ही लिया था कि वो 24 साल की बेहद ही जबरदस्त माल है और दिखने में काफी सुंदर है.
जिस अंकल से वो चुदी थी, उस अंकल की उम्र लगभग 50 की रही होगी और वो सविता से दुगने शरीर का था. इसके बावजूद भी सविता उस अंकल को बड़े ही आराम से झेल गई और बड़ी मस्ती के साथ उससे चुदी.
आज रात मेरी फुफेरी बहन सविता की चुदाई होनी थी, जिसे देखने के लिए मैं उस अंकल के कमरे के पीछे बनी एक खिड़की के छेद से चुदाई देखने को अधीर हो रहा था.
अन्दर वो अंकल बिस्तर पर लेटा हुआ था और बीच बीच में अपने लोवर के ऊपर से ही अपने लंड को मसल रहा था.
उस वक्त रात के एक बज रहे थे.
कुछ देर बाद उसके फोन की घन्टी बजी और वो कुछ ही सेकंड बात करने के बाद फोन काट दिया.
फोन काटने के बाद उसने अपने बैग से एक टेबलेट निकाली और खा ली.
पहले तो मैं समझा नहीं, लेकिन बाद में मुझे यकीन हो गया कि ये जोश बढ़ाने वाली टेबलेट होगी, जिसके बारे में मैंने पहले भी अपने दोस्तों से सुन रखा था.
टेबलेट खाने के बाद वो कमरे का दरवाजा खोलकर बाहर की तरफ़ देखने लगा.
कुछ देर बाहर देखने के बाद उसने किसी को इशारे से जल्दी जल्दी आने को कहा.
जल्द ही सविता दौड़ती हुई आई और उसके कमरे के अन्दर आ गई.
जैसे ही सविता अन्दर आई अंकल भी अन्दर आया और दरवाजा बंद कर लिया.
सविता की सांसें काफी तेज चल रही थीं, जिससे पता चल रहा था कि वो काफी डरी हुई है या फिर दौड़ती हुई आई है.
वो दोनों दरवाजे के पास ही खड़े थे और एक दूसरे को देख रहे थे.
वो अंकल इतना ज्यादा उतावला था कि उसने सविता को वहीं दीवार से चिपका लिया और सविता से चिपक गया.
अंकल ने सविता के दोनों हाथों को पकड़ा और उसके चेहरे पर चुम्बनों की बरसात कर दी.
सविता अपने चेहरे को इधर उधर हटा रही थी और वो अंकल बस उसके चेहरे को चूमता जा रहा था.
फिर अंकल ने सविता के हाथ छोड़ दिए और दोनों हाथों से उसके चेहरे को थाम लिया. अब सविता के गुलाबी होंठों पर अपने होंठ रख दिए.
कुछ देर तो सविता उसे रोकने का प्रयास करती रही लेकिन फिर उसने अपने आपको ढीला छोड़ दिया. वो अपने एक हाथ की उंगली को अंकल के बालों पर चलाने लगी व दूसरे हाथ से अंकल की पीठ सहलाने लगी.
अब सविता भी अंकल का साथ देने लगी और अपने होंठ चलाने के साथ साथ अपनी जीभ बाहर निकालने लगी थी.
जैसे ही सविता अपनी जीभ बाहर निकालती, अंकल उसकी जीभ अपने मुँह में भर लेता और चूस लेता.
बीच बीच में दोनों अपनी जीभ बाहर निकालते और आपस में जीभ को लड़ाते.
कसम से दोस्तो, अभी तो मैंने बस इतना ही देखा था.
लेकिन मेरा लंड पूरी तरह से फ़नफना गया था और मेरे लोवर में तंबू बन गया था.
मैं एक हाथ से अपने लंड को ऊपर से ही सहला रहा था और बिना कुछ मिस किए अन्दर देखे जा रहा था.
उस वक्त मैं बिल्कुल निश्चिंत था क्योंकि मैं जानता था कि इतनी रात में होटल के पीछे कोई नहीं आने वाला.
और अगर कोई आ भी गया तो इधर इतना ज्यादा अंधेरा है कि मुझे कोई नहीं देख सकता.
कमरे के अन्दर वो दोनों एक दूसरे के होंठों को चूमे जा रहे थे और सविता अभी भी दीवार से चिपकी हुई थी.
कुछ समय बाद अंकल ने अपने दोनों हाथ सविता के चेहरे से हटाए और दोनों हाथों को सविता की फ्रॉक के ऊपर से ही उसके भरे हुए बदन पर चलाने लगा.
अभी भी दोनों बिना रुके एक दूसरे के होंठ चूम रहे थे.
अब अंकल फ्रॉक के ऊपर से ही सविता के तने हुए दूध को मसलने लगा.
सविता इतनी मस्ती में थी कि अंकल को सब कुछ करने दे रही थी और कोई विरोध नहीं कर रही थी.
जल्द ही अंकल अपने दोनों हाथ को नीचे ले गया और नीचे से सविता की फ्रॉक पकड़कर ऊपर उठाने लगा.
मैं अपनी आंख और फाड़ फाड़ कर अन्दर देखने लगा क्योंकि अब मुझे सविता के अन्दर का बदन देखने को मिलने वाला था.
जैसे जैसे अंकल उसकी फ्रॉक ऊपर उठा रहा था, सविता की गोरी गोरी जांघें नजर आ रही थीं.
कसम से यार … सविता हद से ज्यादा गोरी थी.
जल्द ही अंकल ने फ्रॉक को उनकी कमर तक उठाकर कमर में लपेट दिया.
अब तो सविता की लाल रंग की चड्डी भी मुझे साफ साफ दिख रही थी.
मैं उन दोनों से कुछ ही दूरी पर था और मुझे सविता के रोम तक साफ साफ दिखाई दे रहे थे.
अंकल अपने दोनों हाथों से उसकी जांघों को सहलाने लगा और लगातार सविता के होंठ चूमता जा रहा था.
सविता की जांघें गजब की गोरी चिकनी होने के साथ साथ मस्त मोटी और भरी हुई थीं.
अंकल अपने दोनों हाथों से उसकी दोनों जांघों को सहलाता जा रहा था और वो दोनों एक दूसरे के होंठ को चूमते जा रहे थे.
कुछ देर जांघ सहलाने के बाद अंकल ने अपने दोनों हाथ सविता की चड्डी में डाल दिए और दोनों हाथों से उसकी गांड को मसलने दबाने लगा.
अंकल सविता की गांड को जोर जोर से मसल रहा था और सविता मस्ती में उसका पूरा साथ दे रही थी.
कुछ देर बाद सविता ने अंकल की बनियान उतार दी और जैसे ही अंकल की बनियान निकली, उस अंकल का शरीर देख मुझे बॉलीवुड के हीरो अनिल कपूर की याद आ गई.
दोस्तो, अगर आपने अनिल कपूर को बिना शर्ट के देखा होगा तो आपको पता होगा कि उसके शरीर में कितने बाल उगे हुए हैं.
बिल्कुल वैसे ही बाल उस अंकल के शरीर में भी उगे हुए थे.
मैं उसे देखकर सोचने लगा कि सविता ने इस अंकल में ऐसा क्या देखा कि वो इस भालू से पट गई.
क्योंकि उस अंकल के सामने सविता बिल्कुल मलाई की तरह थी.
कुछ समय तक अंकल सविता की गांड को दबाने के बाद अपना एक हाथ उसकी चूत पर ले आया और चड्डी के अन्दर से ही उसकी चूत सहलाने लगा.
अंकल एक हाथ से उसकी गांड दबा रहा था और दूसरे हाथ से उसकी चूत सहला रहा था.
सविता भी अंकल के शरीर पर अपने हाथ फिरा रही थी.
कुछ समय तक दोनों ऐसे ही एक दूसरे से लिपटे हुए एक दूसरे को सहलाते रहे थे.
फिर अंकल ने उसकी चड्डी से अपने हाथ बाहर निकाले और उसकी फ्रॉक निकाल दी.
जैसे ही सविता की फ्रॉक निकली, तो वो केवल ब्रा और चड्डी में रह गई.
मैं उसकी ब्रा को देखने लगा उसके दूध इतने बड़े बड़े थे कि पूरी तरह से ब्रा में समा नहीं रहे थे और सामने से उसके दूध बाहर निकले हुए थे.
अंकल उसके मम्मों पर झुक गया और ब्रा के ऊपर से ही उसके दूध को चूमने लगा.
अपने लोवर की डोरी अंकल ने ढीली की और अपने लोवर को नीचे करते हुए उतार दिया.
अब अंकल केवल चड्डी में था और चड्डी में उसका लंड तना हुआ था.
अंकल जोर जोर से सविता के दूध चूम रहा था और अपने दांतों से हल्के हल्के काट भी रहा था.
सविता आहाह आहाह करती हुई मचलती जा रही थी.
सविता उस वक्त बेहद जोश में दिख रही थी.
अंकल ने सविता का एक हाथ पकड़ा. उसे अपनी चड्डी तक ले गया और अपने लंड को पकड़वाने लगा.
सविता ने भी बिना शर्माये उसके लंड को थामा और चड्डी के ऊपर से ही सहलाने लगी.
जल्द ही सविता ने उसके लंड को चड्डी से बाहर निकाल लिया और आगे पीछे करने लगी.
उस अंकल के लंड को जब मैंने देखा, तो मुझे अपना लंड याद आ गया.
उसके सामने तो मेरा लंड बच्चा ही था.
मेरा लंड साढ़े पांच इंच का है लेकिन उस अंकल का लंड 7-8 इंच का रहा होगा.
मैं तो ये सोचने लगा कि सविता इतने बड़े लंड को कैसे अन्दर लेगी!
लेकिन पिछली रात भी सविता उससे चुद चुकी थी. इसका मतलब है कि सविता पहले ही चुदाई की होगी और उसकी चूत फट चुकी होगी.
अंकल ने अब सविता की ब्रा को भी निकाल दिया और सविता के दोनों बड़े बड़े दूध आजाद होकर अंकल के सामने तन गए.
सविता के दूध इतने टाइट थे कि बिल्कुल भी झूले हुए नहीं थे और बिल्कुल नुकीले तीर की तरह तने हुए थे.
उसके निप्पलों का रंग बिल्कुल गुलाबी था.
अंकल ने उसके एक गुलाबी निप्पल को मुँह में भर लिया और बच्चों की तरह चूसने लगा.
सविता भी उसके सर को पकड़कर अपने दूध में दबाने लगी.
उस वक्त सविता भी बेहद जोश में आ चुकी थी और अंकल के लंड को जोर जोर से हिलाने लगी.
मैं भी इस दृश्य को देखकर अपना लंड पैंट के ऊपर से ही हिलाने लगा.
अंकल काफी जोर जोर से सविता के दूध दबाए जा रहा था और निप्पलों को बेदर्दी से चूस रहा था.
सविता ने जल्द ही अंकल की चड्डी नीचे कर दी और अंकल ने पैरों की मदद से अपनी चड्डी निकाल दी.
अंकल पूरी तरह से नंगा हो गया था लेकिन सविता अभी भी चड्डी पहनी हुई थी.
अब मैं सविता की चूत देखना चाहता था क्योंकि सविता जैसी गोरी माल की चूत किस तरह की होगी, ये देखने का बड़ा मन था.
कुछ समय बाद अंकल ने सविता को अपनी बांहों में जकड़ लिया और उसके दूध चूसते हुए उसे बिस्तर पर लेटा दिया.
सविता के दोनों पैर पलंग के बाहर झूल रहे थे और अंकल उसके पैरों के पास खड़ा हुआ था.
अंकल ने उसके दोनों पैरों को उठाया और उसकी चड्डी पकड़कर निकाल दी.
मेरी नजर तुरंत ही सविता की चूत पर चली गई.
मां कसम दोस्तो, ऐसी चूत की मैंने उम्मीद नहीं की थी.
गोलगप्पे की तरह फूली हुई उसकी चूत बिल्कुल गुलाबी रंग की थी.
हालांकि उसकी चूत का छेद देखकर ही पता चल रहा था कि सविता कई बार चुद चुकी थी.
उसका छेद फैला हुआ था.
सविता पूरी तरह से बिस्तर पर जाकर लेट गई और अंकल भी बिस्तर पर आ गया.
उसने उसकी टांगें फैलाईं और उसकी चूत में अपना मुँह लगा दिया.
अंकल अपनी जीभ उसकी चूत में चलाने लगा और सविता ‘ऊऊऊ आह ऊऊऊ सीईई …’ करने लगी.
अपनी कमर को सविता ऊपर नीचे करने लगी और अंकल मस्ती से उसकी पुसी लिक कर रहा था.
सविता इतनी ज्यादा जोश में आ गई थी कि अपने दोनों हाथों से अपने मम्मों को जोर जोर से मसलने लगी.
ये सब देखकर ही लग रहा था कि सविता एक नम्बर की चुदक्कड़ लड़की है और पता नहीं कितने लंडों से चुद चुकी होगी.
इसलिए ही वो अपनी प्यास बुझाने के लिए इतने बड़े उम्र के आदमी से चुदने उसके कमरे तक आ गई.
अंकल बड़ी बुरी तरह से सविता की चूत चाट रहा था और बीच बीच में उसकी चूत में उंगली भी डाल रहा था.
जिस उम्र का वो अंकल था, उस हिसाब से वो बड़ा किस्मत वाला था क्योंकि सविता जैसी मस्त माल उसे चोदने के लिए मिल गई थी.
दोस्तो, मैं लगभग हर रोज पोर्न फिल्म देखता हूँ लेकिन मुझे उस वक़्त उन दोनों की चुदाई देखने में जो मजा मिल रहा था, वो मजा मुझे पोर्न फिल्मों में कभी नहीं आ सकता था.
सविता जोर जोर से अपनी कमर हिलाती जा रही थी और अंकल मस्ती से उसकी चूत चाटता जा रहा था.
काफी देर तक अंकल ने उसकी पुसी लिक की और फिर सविता के ऊपर जाकर लेट गया.
मैं जान गया कि अब अंकल सविता को चोदेगा.
मेरी उत्सुकता और बढ़ गई थी क्योंकि मैं देखना चाहता था कि सविता उस अंकल के इतने बड़े और मोटे लंड को कैसे झेलती है.
अंकल ने सविता के कान में कुछ कहा, जिसे सुन कर सविता मुस्कुरा दी.
फिर से अंकल उसके होंठ चूमने लगा और सविता अपने दोनों हाथ अंकल की पीठ पर चलाने लगी.
दोस्तो, कहानी अगले भाग में पढ़ें कि मेरी बहन सविता ने अंकल के आठ इंच के मोटे लंड को किस तरह से अपनी चूत में लिया.
प्लीज़ मुझे मेल करके बताएं कि आपको सिस्टर पुसी लिक की कहानी कैसी लग रही है.
धन्यवाद.
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सिस्टर पुसी लिक की कहानी का अगला भाग: